जयपुर, 30 जुलाई 2017,
अप्रशिक्षितऔर परमानेंट स्टाफ नहीं होने से जयपुर डेयरी सहित प्रदेश के 21 जिला दुग्ध संघ भारतीय खाद्य सुरक्षा एवं मानक प्राधिकरण के 30 बिंदुओं का पालन नहीं कर रहे। दुग्ध उत्पादों की स्वच्छता बनाए रखने और उन्हें उपभोक्ताओं तक बेहतर तरीके से पहुंचाने के लिए सरस बैनर के तले बेचे जाने वाले उत्पाद भी इसमें शामिल हैं।
यह अनियमितता राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन के अध्यक्ष एवं प्रबंध संचालक राजेश यादव की ओर से पिछले दिनों 8 जिला दुग्ध संघों के निरीक्षण में सामने आई है, जिसके बाद आरसीडीएफ सीएमडी राजेश यादव ने ‘अब दूध हो शुद्ध, बेहतर गुणवत्ता’ की थीम पर अभियान शुरू करने के निर्देश दिए हैं। इसके तहत सभी 21 जिला दुग्ध संघों के इंचार्ज अधिकारी हर महीने दुग्ध संघों (डेयरी के ऑफिस) और प्लांट का निरीक्षण करेंगे, जिसमें स्वच्छता और गुणवत्ता के मानकों की समीक्षा की जाएगी। सीएमडी ने कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने के भी निर्देश दिए हैं। इसके साथ ही समय-समय पर मुख्यालय की टीम औचक निरीक्षण करेगी।
दरअसल बड़ी संख्या में अनुबंध पर लगाए गए कर्मचारी अभी दूध के सैंपल लेने और उनकी जांच में प्रशिक्षित नहीं हैं। साथ ही दुग्ध उत्पादों की स्वच्छता, शुद्धता और गुणवत्ता को भी बनाए रखने में प्रशिक्षित नहीं हैं। अब सभी दुग्ध संघों के चयनित कर्मचारियों को हर महीने प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण आरसीडीएफ की सेंट्रल लैब में दिया जाएगा। आरसीडीएफ एमडी ने किया था निरीक्षण, सीएमडी ने कर्मचारियों को हर माह प्रशिक्षण देने के निर्देश दिए
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