अलवर(राजस्थान), Jul 28, 2017,
सरसडेयरी पर समितियों द्वारा लाया गया दूध यदि रास्ते में खराब हो जाता है, तो उसका भुगतान नहीं किया जाएगा। यह निर्णय गुरुवार को जिला दुग्ध उत्पादक सहकारी संघ के संचालक मंडल की बैठक में लिया गया। चेयरमैन बन्ना राम मीणा की अध्यक्षता में आयोजित हुई इस बैठक में यह भी निर्णय लिया गया कि रोजाना 10 लीटर टोण्ड दूध निशुल्क सोनावा डूंगरी स्थित बालिका अनाथ आश्रम को दिया जाएगा। इसके अलावा सरस डेयरी संचालक मंडल के सदस्य सितंबर के पहले सप्ताह में दक्षिण राज्यों के संघों डेयरी प्लांटों का भ्रमण करने जाएंगे। बैठक में सर्वप्रथम 24 अप्रैल की बैठक की कार्यवाही की पुष्टि और अप्रैल 2017 से जून 2017 तक की भौतिक एवं वित्तीय प्रगति पर विचार किया गया। इसके बाद संघ में रिक्त पदों पर सीधी भर्ती के लिए आरसीडीएफ को भर्ती करने के लिए अधिकृत करने का निर्णय लिया गया। चेयरमैन मीणा ने बताया कि बैठक में सर्वसम्मति से 9 नई समितियों को संघ की सदस्यता प्रदान की गई।
बैठक में हुए ये भी फैसले
डेयरीप्लांट में 500 लीटर के दो व्यावसायिक आरओ लगाए जाएंगे। डेयरी अब सेवानिवृत्त कर्मचारियों को मई 2017 से 11 हजार रुपए का उपहार देगी। इसके अलावा भामाशाह पशुधन बीमा योजना को लागू करने एवं राज्य सरकार के अनुदान के बाद समिति सदस्यों द्वारा देय बीमा राशि में 50 प्रतिशत अनुदान संघ द्वारा देने का निर्णय लिया गया। बैठक में वर्ष 2017-18 की वित्तीय, भौतिक एवं पूंजीगत बजट को स्वीकृत किया गया। बैठक में मौजूद सदस्यों ने बजट को समय पर स्वीकृत नहीं कराने पर नाराजगी जाहिर की तथा भविष्य में बजट को वित्तीय वर्ष प्रारंभ होने से पूर्व ही संचालक मंडल सभा में स्वीकृत कराने का निर्णय लिया।
सरस डेयरी के चेयरमैन बन्नाराम बीणा का कहना है कि प्लांट पर समितियों से प्राप्त होने वाले खराब दूध का भुगतान नहीं दिया जाएगा। कुछ समितियों से प्राप्त दही में पानी की मात्रा बहुत अधिक पाई जाती है। जिसका उद्देश्य समिति द्वारा अधिक भुगतान प्राप्त करना होता है। जबकि ऐसे दही से संघ को नुकसान ही होता है। पहले हम दही जमने पर समितियों को 4 रुपए प्रति किलो के हिसाब से भुगतान किया करते थे।
863total visits.