डेयरी टुडे नेटवर्क,
अहमदाबाद, 4 अक्टूबर 2017,
चॉकलेट तो आपने बहुत खाई होंगी, लेकिन इस दिवाली पर अमूल आपके लिए खास चॉकलेट लेकर आ रहा है। दिवाली के मौके पर ऊंटनी के दूध से बनी पहली चॉकलेट्स बाजार में मुहैया होने लगेंगी। गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) इस प्रोडक्ट को उतारने की तैयारी में है, जो अमूल ब्रांड की मार्केटिंग करता है।
गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी ने इस बात की पुष्टि करते हुए कहा कि दिवाली से पहले ये चॉकलेट्स बाजार में उपलब्ध हो जाएंगी। इसे अमूल कैमल मिल्क चॉकलेट्स के नाम से उतारा जाएगा। ऊंटनी का दूध मुख्य रूप से खरारी और कच्छी नस्ल की ऊंटनी से लिया जाएगा।
कच्छ जिले के सहकारी दूध उत्पादक संघ लिमिटेड सरहद डेयरी इसके लिए कच्छ जिले में एक ऊंट दुग्ध प्रसंस्करण संयंत्र स्थापित करने की प्रक्रिया में है। यह जल्द ही ऑपरेशनल हो जाएगा। बताते चलें कि सरहद डेयरी गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन की सदस्य भी है।
सोढ़ी ने बताया कि इनका प्रोडक्शन अमूल के आणंद स्थित संयंत्र में किया जाएगा। यहां हर महीने एक हजार टन के उत्पादन का लक्ष्य रखा गया है और पहले चरण में इसे देशभर की दो लाख दुकानों में बिक्री के लिए मुहैया कराया जाएगा।
फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड्स ऑफ इंडिया (FSSAI) ने पिछले साल ऊंटनी के दूध को तय मानकों के आधार पर फूड प्रोडक्ट की मान्यता दी थी और इसकी बिक्री और व्यापार की स्वीकृति दी है। गौरतलब है कि इन चॉकलेट्स के प्रोडक्शन के लिए पिछले दो हफ्तों में अमूल को 10 हजार लीटर दूध की आपूर्ति की जा चुकी है।
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के मुताबिक, ऊंट दूध पर किए गए शोध में पता चला है कि यह इंसानों के लिए लाभकारी है। इसमें कई औषधीय तत्व होते हैं, जिनके बारे में ठोस सबूत मिले हैं। यह मधुमेह, लिवर और किडनी विकारों के मैनेजमेंट में प्रभावी होता है। इसके अलावा कई अन्य संक्रामक बीमारियो में भी प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में यह कारगर होता है।
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