डेयरी टुडे नेटवर्क,
जयपुर, 21 फरवरी 2020,
केंद्र सरकार देश में स्किम्ड मिल्क पाउडर यानि SMP और Butter Oil के आयात पर रोक जारी रखेगी। यह बात केंद्रीय पशुपालनय एवं डेयरी राज्यमंत्री डॉ. सजीव बालयान ने गुरुवार को जयपुर में Dairy Industry Conference के उद्घाटन के अवसर पर कही। आपको बता दें कि India Dairy Association की ओर से जयपुर में 20 से 23 फरवरी तक तीन दिवसीय 48वीं डेयरी इंडस्ट्री कॉन्फ्रेंस आयोजित की जा रही है। जयपुर के बिड़ला ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह के दौरान केंद्रीय डेयरी और पशुपालन राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालयान ने कहा कि सरकार के देश के करोड़ों पशुपालकों और दुग्ध उत्पादकों का हित सर्वोपरि है, इसलिए एसएमपी और बटर ऑयल के आयात पर रोक लगी रहेगी। जाहिर है कि दूध की कमी को देखते हुए कई संगठन इसके आयात पर लगी रोक तुरन्त हटाने की मांग कर रहे थे।
डॉ. संजीव बालयान ने दूध की मिलावट की घटनाओं पर भी चिंता जाहिर की। उन्होंने कहा कि असंगठित क्षेत्र में दूध में मिलावट और दूध की क्वालिटी में कमी की खबरों की वजह से आज युवा पीढ़ी दूध और दूध से बने उत्पादों से दूर होती जा रही है। उन्होंने डेयरी से जुड़े संगठित क्षेत्र की सहकारी और निजी डेयरियों को अपना दायरा बढ़ाने का आह्वान किया ताकि लोगों के स्वास्थ्य से कोई खिलवाड़ न हो और युवा वर्ग को फिर से दूध और दुग्ध उत्पादों के प्रति आकर्षित किया जा सके।
आज राजस्थान के जयपुर में इंडियन डेयरी एसोसिएशन द्वारा आयोजित 48 वे डेयरी उद्योग सम्मेलन का शुभारम्भ किया।इस सम्मेलन में डेयरी क्षेत्र के व्यापक विकास हेतु विभिन्न नीतियों पर चर्चा होगी। pic.twitter.com/1yIbAMtSVo
— Dr. Sanjeev Balyan (@drsanjeevbalyan) February 20, 2020
कॉन्फ्रेंस के दौरान कई Dairy Industry विशेषज्ञों ने डेयरी टेक्नोलॉजी और दूध का उत्पादन बढ़ाने के साथ डेयरी सेक्टर की चुनौतियों पर चर्चा की। राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड यानी NDDB के चेयरमैन दिलीप रथ ने कहा कि 2014 में भारत में प्रतिदिन प्रतिव्यक्ति दूध की उपलब्धता 322 ग्राम थी, जो 2019 में 400 ग्राम पहुंच गई है। उन्होंने दूध की गुणवत्ता बनाए रखने के लिए एनडीडीबी के क्वालिटी मार्क की विस्तार से जानकारी दी। साथ ही उन्होंने कहा कि भारत सरकार के राष्ट्रीय पोषण मिशन से कुपोषण मुक्त भारत का सपना साकार हाेगा।
सेमिनार के दौरान इंडियन डेयरी एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. जी एस राजौरिया, इंडियन डेयरी एसोसिएशन के नॉर्थ जोन के चेयरमैन एस एस मान, 48वीं डेयरी इंडस्ट्री कॉन्फ्रेंस के निदेशक डॉक्टर हिम्मत सिंह ने भी अपने विचार रखे। अंतर्राष्ट्रीय डेयरी फेडरेशन की डायरेक्टर जनरल केरोलीन एमंड ने अपने संबोधन में दुनियाभर में डेयरी उद्योग की स्थित के बारे में बताया। उन्होंने जानकारी दी कि वर्ष 2020 का अन्तर्राष्ट्रीय डेयरी सम्मेलन साउथ अफ्रीका में, 2021 का चिली में, 2022 का भारत में और 2023 का चीन में आयोजित होगा।
सम्मेलन में देशभर से चार महिलाओं को चयनित कर उन्हें सर्वश्रेष्ठ महिला डेयरी विकास पुरस्कार 2019 से सम्मानित किया गया। केन्द्रीय मंत्री डाॅ. संजीव बालयान ने पूर्वी क्षेत्र से झारखण्ड की बबीता देवी, पश्चमी क्षेत्र से गुजरात की लक्ष्मीबेन, उत्तरी क्षेत्र में पंजाब से कमलप्रीत कौर और दक्षिणी क्षेत्र से तमिलनाडु की एस सुधा को सर्वश्रेष्ठ महिला डेयरी विकास पुरस्कार के रूप में 20-20 हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिया। गुजरात डेयरी के प्रबंध संचालक डाॅ. नरेन्द्र बलवंत राय को डेयरी के प्रतिष्ठित डाॅ. कुरियन अवार्ड-2020 से सम्मानित किया।
Dairy Industry Conference के उद्घाटन के अवसर पर केंद्र सरकार के पशुपालन एवं डेयरी सचिव अतुल चतुर्वेदी, राष्ट्रीय डेयरी विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष आरपी अनेजा, राष्ट्रीय डेयरी रिसर्च इंस्टीट्यूट के चेयरमेन डाॅ. एमएस चौैहान समेत डेयरी सेक्टर के कई जानेमाने लोग मौजूद थे।
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Ma 100 buffalo ke dairy open kar na chata hu
Ye aacha business nahi hai
किसान को तो दुध बेचने से फायदा होता नहीं है । सुखा चारा , हरा चारा और पशु आहार के रूपये ही मुश्किल से आते हैं अगर दुध बेचें तो क्योंकि जो गांवों में मशीन लगाकर दुध संग्रह करते हैं वो मशीन में गड़बड़ी करके दुध का मुल्य कम देते हैं 22 रूपए गाय का दूध ले रहे हैं
Maap tool vibhag ka number dial karo hamare yahan bhi aisa hi
मे 100 भैंस की डेयरी खोलना चाहता हूँ
Me dairy. Krna chata hon mere pas abhi 4. Pashon he or badhana chata ho kiya mujhe lon mil jaye ga
Good move in the interest of Indian farmers .