डेयरी टुडे नेटवर्क,
बठिंडा (पंजाब), 27 अगस्त 2019,
डेयरी फार्मिंग एक ऐसा व्यवसाय है जिसे हर उम्र के लोग कर सकते हैं। पूरे देश में युवा इस क्षेत्र में आ रहे हैं और सफलता के नए आयाम गढ़ रहे हैं। ‘डेयरी के सुल्तान’ में हमारी कोशिश ऐसे ही सफल डेयरी किसानों से आप सबको रू-ब-रू कराने की होती है। आज हम आपके सामने लेकर आए हैं पंजाब के बठिंडा के युवा प्रगतिशील डेयरी किसान गुरुप्रीत सिंह खालसा की सफलता की कहानी। गुरुप्रीत की उम्र सिर्फ 28 वर्ष की है, लेकिन इन्होंने Dairy Farming के क्षेत्र में सफलता का परचम लहरा दिया है। इस स्टोरी में हम आपको गुरुप्रीत का सफलता का मंत्र भी बताएंगे।
बठिंडा के मलका इलाके के रहने वाले गुरुप्रीत सिंह के परिवार में वैसे तो पशुपालन हमेशा से होता रहा है, लेकिन 12वीं तक पढ़ाई करने के बाद इनके मन में Dairy Farming को फुलटाइम पेशे के रूप में अपनाने का विचार आया। आठ साल पहले गुरुप्रीत ने दो गायों के साथ Dairy Farming के बिजनेस की शुरुआत की। धीरे-धीरे ये सिलसिला बढ़ता गया और आज गुरुप्रीत के डेयरी फार्म में कुल 26 दुधारू पशु हैं। जिनमें 12 एच एफ गाय, 10 जर्सी गाय और 4 भैंस हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि गुरुप्रीत ने पशुओं की सेहत से कभी समझौता नहीं किया और उनके डेयरी फार्म में सभी पशु उच्च नस्ल के और सेहतमंद है।
यही वजह है कि कम पशु होने के बाद भी गुरुप्रीत के Dairy Farm में रोजाना औसतन 400 लीटर दूध का उत्पादन होता है। जब गुरुप्रीत ने डेयरी फार्मिंग शुरू की थी तब ऐसा नहीं था, लेकिन चार साल पहले पशुओं की सेहत में बदलाव तब आना शुरू हुआ जब उन्होंने हॉलैंड की कंपनी डी हयूस का पशु आहार अपने पशुओं को खिलाना शुरू किया। गुरुप्रीत बताते हैं कि पहले वो किसी और कंपनी का पशु आहार खिलाते थे। पिछले चार वर्षों से वे डी हयूस का गोल्ड, ग्रीन, सीनियर, जूनियर और सुपर ब्रांड का पशु आहार अपनी गाय और भैंस को खिलाते हैं। एक महीने में करीब 100 बैग डी हयूस पशु आहार खरीदने वाले गुरुप्रीत कहते हैं, इस कंपनी के पशु आहार में गजब की ताकत है। जबसे उन्होंने डी हयूस का पशु आहार खिलाना शुरू किया है, पशुओं का बीमार पड़ना लगभग बंद सा हो गया है, पशुओं की त्वचा चमकदार हो गई है, इतना ही नहीं गाय और भैंस का दूध भी बढ़ गया है। गायों के सेहतमंद होने से वे हर साल बछिया देती हैं, इससे सालभर में उनके डेयरी फार्म में 10 गाय और तैयार हो जाती हैं।
गुरुप्रीत के मुताबिक उनके डेयरी फार्म पर पशु चिकित्सक की ज्यादा जरूरत नहीं पड़ती है। डी हयूस पशु आहार के अलावा वे हरा चारा, मक्की का साइलेज भी भरपूर मात्रा में अपने पशुओं को खिलाते हैं। गुरुप्रीत के डेयरी फार्म पर पशुओं के लिए हर आधुनिक सुविधा मौजूद है। दूध दुहने के लिए मिल्किंग मशीन है, गायों को तरोताजा रखने के लिए फॉगर सिस्टम लगा है, बड़े-बड़े पंखे भी लगे हैं। गुरुप्रीत के डेयरी फार्म पर प्रतिदिन 400 लीटर दुग्ध उत्पादन होता है। उनके अनुसार गाय का दूध 30 रुपये प्रति लीटर और भैंस का दूध 45 से 50 रुपये प्रति लीटर स्थानीय वाणी डेयरी को बेचते हैं। इससे उन्हें हर महीने सारा खर्चा निकालकर 40 से 45 हजार रुपये की इनकम हो जाती है।
सफल प्रगतिशील डेयरी किसान गुरुप्रीत सिंह का कहना है कि जो भी युवा डेयरी फार्मिंग के बिजनेस में किस्मत आजमाना चाहते हैं, वे एक साथ अधिक पशुओं का डेयरी फार्म नहीं खोलें। आठ वर्ष के अनुभव के बाद उनकी सलाह है कि डेयरी फार्मिंग की शुरुआत 2 से 5 गायों के साथ करें और फिर जैसे-जैसे तजुर्बा मिलता जाए धीरे-धीरे पशुओं की संख्या बढ़ाते जाएं। गुरुप्रीत की सफलता का राज है कि जो कुछ तजुर्बे से सीखने को मिलता है, वो कोई और सिखा नहीं सकता है।
नोट- De Heus का पशु आहार मंगाने के लिए निम्न नंबर पर संपर्क करें-
मोबाइल नंबर- +91 9872444999 और india@deheus.com
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Muje bi yehi business karna hai
Right sir
Good job Brother, keep it up…. Send me ur no.