डेयरी टुडे नेटवर्क,
समस्तीपुर/पटना, 27 सितंबर 2019,
बिहार की सुधा डेयरी के दूध और अन्य डेयरी प्रोडक्ट की मांग देश के दूसरे राज्यों के अलावा नेपाल में भी बहुत है। सुधा डेयरी और नेपाल के गव्य विकास निगम के बीच एक समझौता हुआ है, इसके तहत रोजना करीब 1 लाख लीटर दूध बिहार से नेपाल के काठमांडू जाएगा। दूध की सप्लाई समस्तीपुर सुधा डेयरी से की जाएगी। सुधा डेयरी के एमडी धर्मेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने दूध टैंकर को हरी झंडी दिखा कर इसकी शुरुआत की।
जाहिर है कि कई सालों से बिहार के समस्तीपुर में सुधा डेयरी का दूध क्वालटी एवं दूध से बने उत्पादन को लेकर बिहार ही नहीं देश के कई राज्यों में पसंद किया जाता है। यहां के दूध और डेयरी प्रोडक्ट की सप्लाई असम, उत्तर प्रदेश, नई दिल्ली, झारखंड, उड़ीसा और पश्चिम बंगाल जैसे प्रदेशों में की जाती है। सुधा डेयरी के एमडी धीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि दूध की क्वालिटी के लिए काफी हाई टेक तरीके से जांच की जाती है। उसके बाद ही उत्पादों को बाजार में भेजा जाता है। यही कारण है कि आज पड़ोसी देश नेपाल कॉपरेशन से दूध भेजने को लेकर समझौता हुआ है।
समस्तीपुर मिथिला मिल्क यूनियन सुधा डेयरी के दूध और उससे बने उत्पादन की गुणवत्ता को लेकर जापान, इजराइल और नेपाल गव्य विकास निगम की टीम यहां आकर प्लांट का जायजा ले चुकी है. बारीक तरीके से जांच परख के बाद नेपाल कॉपरेशन ने समस्तीपुर डेयरी से एक समझौता पत्र पर हस्ताक्षर किया है।
नेपाल में दूध भेजने से इसका लाभ सीधे तौर पर मिथिला मिल्क यूनियन, समस्तीपुर डेयरी से जुड़े दरभंगा, मधुबनी और समस्तीपुर के दुग्ध उत्पादन से जुड़े किसानों मिलेगा। सुधा डेयरी प्रतिदिन किसानों से चार लाख लीटर से अधिक दूध का संग्रह करती है। नेपाल से समझौता होने के बाद दूध की डिमांड और बढ़ने से दुग्ध उत्पादक किसानों से और अधिक दूध लिया जाएगा। सुधा डेयरी के एमडी डीके श्रीवास्तव का कहना है कि यह गर्व की बात है कि हम अपने किसानों द्वारा गुणवत्तापूर्ण दुग्ध दिये जाने की बदौलत ही इस मुकाम पर पहुंच पाए हैं।
निवेदन:– कृपया इस खबर को अपने दोस्तों और डेयरी बिजनेस, Dairy Farm व एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़े लोगों के साथ शेयर जरूर करें..साथ ही डेयरी और कृषि क्षेत्र की हर हलचल से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज https://www.facebook.com/DAIRYTODAY/ पर लाइक अवश्य करें। हमें Twiter @DairyTodayIn पर Follow करें।
5034total visits.
its very nice for dairy sector
Congratulations