डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली, 25 मई, 2020,
भारत की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल डेयरी के प्रबंध निदेशक डॉ. आर एस सोढ़ी के अनुसार मोदी सरकार द्वारा कोरोना लॉकडाउन के दौरान घोषित आर्थिक प्रोत्साहन पैकेज से डेयरी इंडस्ट्री को काफी लाभ होने वाला है। जाहिर है कि इस आर्थिक पैकेज में केंद्र सरकार 15 हजार करोड़ रुपये डेयरी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड के लिए आवंटित किए हैं। आर एस सोढ़ी के मुताबिक इस डेयरी इंफ्रास्ट्रक्चर फंड से जहां देश में 5 करोड़ लीटर दुग्ध उत्पादन बढ़ेगा, वहीं इससे डेयरी सेक्टर में 30 लाख नौकरियां सृजित हो सकेंगी।
आपको बता दें कि भारत के प्रतिष्ठित ब्रांड अमूल ने कोविड-19 के कारण लागू राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान देशभर में दूध और दूध से बने उत्पादों की निर्बाध आपूर्ति सुनिश्चित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (जीसीएमएमएफ) के प्रबंध निदेशक डॉ. आर एस सोढ़ी ने आईएएनएस के साथ एक साक्षात्कार में कहा कि अमूल हर दिन 15 प्रतिशत अधिक दूध की सप्लाई कर रहा है, क्योंकि अन्य निजी और डेयरी क्षेत्र से जुड़ी कंपनियां पहले की तुलना में दूध की खरीद और सप्लाई कम कर रहे हैं।
श्री सोढ़ी ने कहा कि लॉकडाउन के दौरान जब से लोग घर पर हैं, दूध और डेयरी प्रोडक्ट्स की खपत बढ़ गई है। सोढ़ी ने कहा कि बंद के बाद की अवधि में अमूल के लिए अवसर बढ़ेंगे, क्योंकि अच्छे व साफ-सफाई बरतने वाले ब्रांडों की मांग बढ़ रही है और खुला बिकने वाले दूध की खपत कम हो रही है। उन्होंने कहा कि प्रोत्साहन पैकेज के हिस्से के रूप में घोषित 15,000 करोड़ रुपये के डेयरी इन्फ्रास्ट्रक्चर फंड से पांच करोड़ लीटर अधिक दूध और 30 लाख नौकरियों की क्षमता पैदा होगी। छोटे उद्यमियों के लिए 10,000 करोड़ रुपये की योजना से दूध की कमी वाले राज्यों में डेयरी उद्यमी बनाकर पलायन की समस्या से भी निपटा जा सकता है।
वित्तवर्ष 2020 में जीसीएमएमएफ का कारोबार 38,500 करोड़ रुपये का था और चालू वित्तवर्ष में इसका 43,000 करोड़ रुपये का राजस्व लक्ष्य है। यह भारत का सबसे बड़ा खाद्य उत्पाद विपणन संगठन है। वित्तवर्ष 2020 में इसकी दैनिक तौर पर दुग्ध क्षमता 2.3 करोड़ लीटर रही है।
प्रश्न : अमूल ने राष्ट्रव्यापी बंद के दौरान दूध की आपूर्ति कैसे सुनिश्चित की?
आर एस सोढ़ी : बंद में जहां तक अमूल की आपूर्ति के बारे में बात करूं तो इसमें कोई परेशानी नहीं आई है। किसान से लेकर उपभोक्ता तक इसकी सप्लाई जारी है। आप बंद के दौरान दूध या दूध से बने उत्पादों का सेवन बंद नहीं करते हैं। पहले दिन से ही दूध को एक आवश्यक उत्पाद घोषित किया गया है। इसलिए आपूर्ति में कोई बड़ी समस्या नहीं हुई है।
प्रश्न : दूध की सप्लाई या खरीद में बढ़ोतरी कैसे हुई?
आर एस सोढ़ी : दूध की सप्लाई या खरीद में 15 प्रतिशत की वृद्धि हुई है, क्योंकि छोटे व निजी व्यापारी, छोटी डेयरियां, आइसक्रीम डेरी आदि उतना दूध नहीं खरीद रहे हैं। इसलिए हमारे पास यही अतिरिक्त आ रहा है। यह केवल अमूल के साथ ही नहीं है। पूरे भारत में सहकारी समितियां 15 से 30 प्रतिशत अधिक दूध ले रही हैं, क्योंकि सहकारी समितियां अच्छी कीमत भी चुका रही हैं। हम अतिरिक्त दूध को प्रयोग में लाने में भी सक्षम हैं। हमारे पास इसके लिए क्षमता है। हम अतिरिक्त दूध को स्किमिंग पाउडर या सफेद मक्खन जैसी वस्तुओं में परिवर्तित कर रहे हैं।
प्रश्न : क्या दूध और दूध से बने उत्पादों की मांग में बढ़ोतरी देखी गई है?
आर एस सोढ़ी : होटल, रेस्तरां और मिठाई की दुकानें बंद होने के कारण शुरुआत में दूध की खपत में 15 फीसदी की कमी जरूर आई, मगर एक सप्ताह में ही यब सामान्य हो गया। अब हमारी बिक्री समान है या पहले से भी अधिक है। दिल्ली, मुंबई जैसे मेट्रो शहरों में तो कोविड-19 की स्थिति से पहले की अपक्षा में अब अधिक बिक्री हो रही है।
मेरा मानना है कि जब लोग घर पर होते हैं तो वे दूध और दूध से बने उत्पादों का अधिक सेवन करते हैं। हमारे सभी डेयरी उत्पादों पनीर, घी इत्यादि के उपभोग में भी यही स्थिति है और इनमें 10 से 30 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।
प्रश्न : चालू वर्ष में जीसीएमएमएफ के लिए राजस्व अनुमान क्या हैं?
आर एस सोढ़ी: पिछले साल राजस्व 38,500 करोड़ रुपये था, 15 प्रतिशत की वृद्धि के साथ यह चालू वर्ष में 43,000 करोड़ रुपये होगा। अगर आप अमूल ब्रांड को समग्र रूप से देखें तो पिछले साल यह 53,000 करोड़ रुपये था और इस साल यह 58,000 करोड़ रुपये होगा।
(साभार-आईएएनएस)
Note:– कृपया इस खबर को अपने दोस्तों और डेयरी बिजनेस, Dairy Farm व एग्रीकल्चर सेक्टर से जुड़े लोगों के साथ शेयर जरूर करें..साथ ही डेयरी और कृषि क्षेत्र की हर हलचल से अपडेट रहने के लिए हमारे फेसबुक पेज https://www.facebook.com/DAIRYTODAY/ पर लाइक अवश्य करें। हमें Twiter @DairyTodayIn पर Follow करें।
5222total visits.
Sir i have done B. Tech in dairy technology n i want to doing a job in Gcmmf please give me a chance sir
Dairy m chaiye job
सर में गाय का दूध उत्पादन करता हूं मेरे पास लगभग 70 गए हैं लेकिन मुझे आगे डेयरी के लिए लोन की आवश्यकता है कृपया मुझे अमूल से जोड़ें मैं राजस्थान के जिले से हूं
Sir me amul DEYARI me Davis Karna chants hu mujhe job chahiye please sir
Sir me amul DEYARI me job Karna h
Dairy खोलने ke संबंध जानकारी कैसे मिलेगी
सर मैं डेरी खोलना चाहता हूं अमूल डेयरी गांव जजावर तहसील नैनवा जिला बूंदी राजस्थान क्या डाक्यूमेंट्स क्या चाहिगे
sir for legal documents i can help
thanks
ajay goyal m-8826741690
झूठ बोल रहे हैं
दूध की बहुत दुर्दशा है
किसान का दूध ₹45 लीटर से कम होकर ₹32 लीटर पर आ गया है
Pinda vich dudh bhut hi ghat rate te khrid kiti jandi he jine kol badhh pashu han ona da bhut nuksan ho riha he milk de ik litre da rate 32 nd cow da20 rupee ki kru diary khol ke koyi is gal bal dhiaan nhi de riha
सर नाबार्ड योजना का लाभ कैसे प्राप्त करे और इसमें क्या क्या डाक्यूमेंट चाहिए
श्रीमान जी मै जनपद बहराइच उत्तर प्रदेश मे अमूल डेयरी से जुड़कर डेयरी संचालन करना चाहता हूं जिसमें मैं लगभग 1000 छोटे किसान भाइयों को जोडना चाहता हूं मार्गदर्शन करें।
श्रीमान मैं बिहार के आरा जिला से हु ओर मैं अमूल डायरी अपने लगाना चाहता हु मेरे जिले में आमूल डेयरी नही ही कृपया मुझे बताये इसके पूरा विवरण
Mere pass 500 litr milk h kya mujhe yah dairy mil sakta h
कृपया बताये 15000करोड फंड कैसे कहाँ से प्राप्त करे
सर मैं डेयरी खोलना चाहता हूँ हमारे जिले मेरे अमूल कि डेयरी सायद नही है आप इसके लिए क्या करना होगा
Merepas 200 litar dhoodh hai Kya amool dairy milk sakti hai
Sar main dairy kholna chahta hun uske liye kuchh sujhav dijiye kis tarah se chalu Karen taki humko accha income mil sake sir please
V nice
Dairying is the right way of enhancing rural economy and tool of sustainable self employment.
What is about private sector. Not good all facility for only co operative sector
Want all facilities for private sector also.
9955555487