लखनऊ : एक्सपायर दूध बेचने पर पराग के खिलाफ जांच

डेयरी टुडे नेटवर्क,

लखनऊ, 4 अगस्त 2017,

एक्सपायर पाउडर से दूध बनाकर बेचने के मामले में पराग के अधिकारी फंस गए हैं। लोकायुक्त ने इस मामले में जाच शुरू कर दी है। साथ ही टैंकर और फर्जी नियुक्तियों की समेत करोड़ों के कई घोटालों की फाइलें भी खुल गई हैं। आपको बता दें कि जिन लोगों पर ये आरोप लगे हैं वे लोग प्रादेशिक डेयरी कॉपरेटिव फेडरेशन यानी पीसीडीएफ में बड़े पदों पर काबिज हैं।

प्रदेश के लोकायुक्त न्यायमूर्ति संजय मिश्रा के सामने पराग द्वारा एसएनएफ(सालिड नान फैट) न पाए जाने और वैक्टीरियोलॉजिकल गुणवत्ता प्रभावित करने वाले दुग्ध पाउडर को घोलने के मामले समेत, फर्जी नियुक्ति, टैंकर खरीद समेत कई और घोटालों की शिकायत हुई है। पीसीडीएफ पर यूपी में सहकारिता के जरिए दुग्ध उत्पादकों उनके दूूूध के वाजिब दाम दिलाने, पशुपालकों की अर्थिक मदद करने और प्रदेश में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने की जिम्मेदारी है। इसके लिए लखनऊ, मेरठ, कानपुर, वाराणसी समेत तमाम शहरों में दुग्ध प्लांट और दूसरे प्रोजेक्ट चलाए जा रहे हैं। लेकिन कभी भी ये विभाग मुनाफे में नहीं रहा। पीसीडीएफ को यूपी में दुग्ध क्रांति लाने के मकसद से ही शुरू किया गया था। जबकि पिछले दस सालों में यूपी में तमाम निजी कंपनियों ने अपना काम शुरू किया और देखते-देखते सैकड़ों करोड़ का बिजनेस करने लगीं। वहीं पराग ब्रांड घाटे में चल रहा है।

लोकायुुक्त की जांच और पीसीडीएफ के अफसरों पर घोटालों के आरोपों पर पराग के महाप्रबंधक एसएच वर्मा ने कहा है कि इन सभी मामलों में प्रथमदृष्टया विभाग की तरफ से कई अधिकारियों और कर्मचारियों को दोषी पाया जा चुका है और उन पर कार्रवाई भी की गई है।

994total visits.

3 thoughts on “लखनऊ : एक्सपायर दूध बेचने पर पराग के खिलाफ जांच”

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय खबरें