(भाषा)
वाराणसी 28 अगस्त 2017,
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा कि हम सभी को आगामी पांच वर्षो में नए भारत के निर्माण का संकल्प लेना होगा और इस निर्माण में सबसे बड़ा योगदान किसानो का होगा जिसके लिए केन्द्र सरकार ने सन 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने का लक्ष्य रखा है।
उन्होंने कहा कि खेती की लागत में कमी लाने और पैदावार बढ़ाने के लिए सरकार की कई योजनायें क््िरुयान्वित हैं। केंद्रीय कृषि मंत्री रविवार को काशी हिन्दू विविद्यालय के स्वतंत्रता भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे।
सिंह ने कहा कि किसानों की मजबूती से ही देश मजबूत होगा । उन्होंने कहा कि किसानो की आय बढ़ाने के लिए कृषि के साथ साथ अन्य सहभागी विकल्पों के भी उपयोग पर बल दिया जायेगा। इसके लिए खेती के साथ ही पशु पालन , मुर्गीपालन, मत्स्यपालन, कृषि वानिकी आदि योजनाओं को बढावा दिया जा रहा है ।
उन्होंने कहा की देश की पहली हरित क्रांति का प्रभाव पश्चिमी उार प्रदेश, हरियाणा, पंजाब एवं दक्षिण के कुछ राज्यों में ही दिखा था । लेकिन भारत की दूसरी हरित क्रांति का केंद्र पूर्वी उत्तर प्रदेश, बिहार, असम, पश्चिम बंगाल, ओडिशा राज्य होंगे।
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री ने कहा कि सरकार की कृषि क्षेत्र में सुधार की योजनाओं का असर खेती में दिखने लगा है। गुणवाा युक्त बीज, मृदा परीक्षण, सिंचाई, रासायनिक खाद की अलग अलग योजनाओं के सकारात्मक नतीजे आने लगे हैं। इसमें मिट्टी की उर्वरता जांच को उच्च प्राथमिकता दी गयी है। उन्होंने कहा कि सरकार का कुल 12 करोड़ किसानो को सॉइल हेल्थ कार्ड देने का लक्ष्य है।
इस अवसर पर कृषि विशेषग्यों ने सन 2022 तक कृषि आय को दोगुना करने , उत्पादन में वृद्धि, गुणवाा में वृद्धि, तथा जोखिम में कमी आदि विषयों पर चर्चा की। मुख्य अतिथि केंद्रीय कृषि मंत्री राधामोहन सिंह सहित सभी लोगों ने गरीबी मुक्त भारत, भ्रष्टाचार मुक्त भारत, स्वच्छ भारत, आतंकवाद मुक्त भारत बनाने का भी संकल्प लिया ।
488total visits.