देवघर, 7 जुलाई 2017
किसी भी क्षेत्र का विकास तबतक संभव नही है, जब तक वहां के किसान व आम लोगों के हाथों में रोजगार ना हो. किसान और आम लोग सक्षम व समृद्ध होंगे व युवाओं को रोजगार मिलेगा, तभी सही मायने क्षेत्र का विकास होता है. ये बातें कृषि मंत्री रणधीर सिंह ने गोपीबांध में दुग्ध प्रोसेसिंग प्लांट निर्माण स्थल का जायजा लेने के क्रम में कही. उन्होंने पत्रकारों को बताया कि 25 एकड़ जमीन में 50 हजार क्षमता वाला दुग्ध प्रोसेसिंग प्लांट, पशु आहार कारखाना व मिनरल मिक्सिंग प्लांट निर्माण की स्वीकृति मिल गयी है. प्लांट निर्माण के लिए नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड को प्रारंभिक चरण में 40 करोड़ रुपये का आवंटन कराया जायेगा. प्रोजेक्ट के लिए 100 करोड़ की अनुमानित लागत है.
उन्होंने कहा कि क्षेत्र के विकास में ये प्लांट मिल का पत्थर साबित होगा. उन्होंने कहा कि प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप में 25 हजार से अधिक किसानों व युवाओं को इसमें रोजगार मिलेगा. जिससे क्षेत्र में खुशहाली आना सुनिश्चित है. उन्होंने कहा कि 13 जुलाई को विधिवत इसका शिलान्यास किया जायेगा व 10 माह में प्लांट बनकर तैयार हो जायेगा. उन्होंने बताया कि सुधा दूध से सुधा ब्रांड की घी, लस्सी, आइसक्रीम, मक्खन, दही, पनीर समेत विभिन्न उत्पाद तैयार किया जायेगा. जो देश-विदेशों में बिकेगा. उन्होंने कहा कि प्लांट से ना सिर्फ देवघर बल्कि जामताड़ा, गिरिडीह, दुमका समेत अन्य जिला के किसानों को इस प्लांट से लाभ होगा. उन्होंने कहा कि आज तक देवघर जिला में एक भी उद्योग स्थापित नहीं हो पायी थी. लेकिन उक्त उद्योग सारठ में निर्माण से विकास का नया आयाम साबित होंगा. मौके पर जिला गव्य विकास पदाधिकारी संजीव रंजन, विष्णु प्रसाद राय, अजय सिन्हा, उदय झा, अशोक सिन्हा, दशरथ वर्मा, पवन वर्मा, राजेश झा आदि थे.
साभार- प्रभात खबर
401total visits.