श्रीनगर/नई दिल्ली
अमरनाथ श्रद्धालुओं पर हमले में लिप्त आतंकियों को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने और यात्रा को पूरी तरह सुरक्षित बनाने के लिए मंगलवार को सुरक्षाबलों का ऑपरेशन शिवा शुरू हो गया। आतंकियों के संभावित ठिकानों पर लगातार दबिश देने, उनके ओवरग्राउंड नेटवर्क को नेस्तनाबूद करने व आतंकियों को यात्रा मार्ग से पूरी तरह दूर रखने पर विशेष ध्यान दिया जाएगा।
सूत्रों ने बताया कि मंगलवार सुबह शुरू हुए अभियान के सुरक्षाबल आतंकियों के ठिकानों पर दबिश दे रहे हैं। श्रीनगर से सटे विभिन्न हिस्सों में भी सुरक्षाबलों ने तलाशी ली। यात्रा मार्ग के पहाड़ों और जंगली इलाकों में सेना के जवानों द्वारा खोजी कुत्तों की सहायता से भी तलाशी ली जा रही है। अभियान की रूपरेखा राज्य पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के वरिष्ठ अधिकारियों ने खुफिया तंत्र के इनपुट के आधार पर तय की है।
पाकिस्तानी है आतंकी इस्माइल
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक मुनीर अहमद खान ने ऑपरेशन शिवा के बारे में कुछ भी बताने से इनकार करते हुए कहा कि हमने पूरे सिक्योरिटी ग्रिड की नए सिरे से समीक्षा की है। हमले में लिप्त आतंकियों व उनके ओवरग्राउंड नेटवर्क को जिंदा अथवा मुर्दा पकड़ने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि हमले में लिप्त लश्कर के चार आतंकियों में एक पाकिस्तान का रहने वाला इस्माइल है। उसके साथ एक और पाकिस्तानी आतंकी भी था, जबकि दो आतंकी स्थानीय ही हैं। कुछ संदिग्ध तत्वों को पूछताछ के लिए हिरासत में भी लिया गया है। जल्द ही हमारा यह अभियान कामयाब होगा।
हाईवे पर बढ़ी तैनाती अवधि
आतंकी हमले के बाद हाईवे पर सुरक्षाबलों की तैनाती की समयावधि को बढ़ा दिया गया है। शाम साढ़े चार बजे के बाद श्रद्धालुओं का कोई भी वाहन दक्षिण कश्मीर में मीरबाजार से आगे यात्रा मार्ग की तरफ नहीं जाएगा। यात्रा मार्ग पर स्थित सभी संवेदनशील इलाकों में इलेक्ट्रानिक सर्विलांस के साथ इंटेलीजेंस नेटवर्क को बढ़ाया गया है।
यात्रा मार्ग पर 30 हजार जवान
यात्रा मार्ग पर करीब 30 हजार पुलिस व अर्द्धसैनिकबल लगाए गए हैं। मंगलवार सुबह यात्रा मार्ग की सुरक्षा व्यवस्था को नए सिरे से तय किया गया। संबंधित अधिकारियों ने बताया कि श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए आवश्यक निर्देश दिए गए हैं। ये प्रमुख कदम उठाए यात्रा में शरारतीतत्व किसी तरह से विघ्न न डाल सकें, इसके लिए सीसीटीवी कैमरों से दिनभर जमा की गई तस्वीरों और वीडियो फुटेज को सुरक्षाकर्मियों का एक दल खंगालेगा।
पाक को छोड़ दुनिया भर के देशों ने की हमले की निंदा
अमरनाथ यात्रियों पर हुए आतंकी हमले की पाकिस्तान को छोड़कर दुनिया भर के तमाम देशों ने कड़ी निंदा की है। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि हमला पाकिस्तान परस्त आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा ने किया है। अफगानिस्तान ने निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त अभियान चलाने की बात भी कही है। निंदा करने वाले देशों में अमेरिका, फ्रांस, भूटान, रूस, जर्मनी, नेपाल, श्रीलंका, मालदीव, इजरायल, ब्रिटेन, कनाडा समेत 15 देश शामिल हैं।
अमेरिका ने कहा है कि तीर्थयात्रियों पर किया गया हमला घोर निंदनीय है। भक्तों पर असर नहीं 3289 यात्री रवाना हमले का अमरनाथ यात्रियों के उत्साह पर कोई फर्क नहीं पड़ा। मंगलवार तड़के बोल बम के जयघोष के साथ जम्मू से 3289 यात्रियों का नया जत्था 185 वाहनों से कड़ी सुरक्षा के बीच अमरनाथ रवाना हुआ।
गृहमंत्री राजनाथ ने की बैठक सेना प्रमुख पहुंचे श्रीनगर अमरनाथ यात्रियों पर हमले के बाद राजधानी दिल्ली में बैठकों व बयानों का दौर चलता रहा। गृहमंत्री राजनाथ सिंह के आवास पर हुई बैठक में जम्मू-कश्मीर समेत देशभर में सुरक्षा की समीक्षा की गई। इसमें एनएसए अजित डोवाल, आईबी के डायरेक्टर राजीव जैन, रॉ के प्रमुख अनिल धस्माना मौजूद थे। गृहमंत्री ने उन्हें अमरनाथ यात्रियों की अचूक सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए। गृह राज्यमंत्री हंसराज अहीर व जितेंद्र सिंह श्रीनगर पहुंचे व राज्यपाल के साथ हालात की समीक्षा की। सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी श्रीनगर पहुंच गए हैं। वे भी सेना, अर्द्धसैनिक बलों व पुलिस के अफसरों के साथ बैठक करेंगे।
खुदा ने हिम्मत दी मैं रुका नहीं
सलीम हमले की कहानी, सलीम की जुबानी ‘आठ बजे के आसपास बस पर सामने से फायरिंग हुई। फायरिंग हद से ज्यादा हो रही थी। मैं गाड़ी चलाता रहा। तभी मैं झुका और एक गोली बगल में बैठे मेरे साथी को लगी। लगातार फायरिंग हुई। मैं बस को चलाता रहा। उस वक्त खुदा ने मुझे आगे बढ़ते रहने की हिम्मत दी और मैं रुका नहीं।’
सलीम भी गुजरात के वलसाड का ही रहने वाला है, जहां के ओम ट्रेवल्स की वह बस थी। सलीम की पत्नी ने बताया कि वह चार बार अमरनाथ यात्रियों की बस लेकर वहां जा चुके हैं।
मोदी सरकार की विफलता का नतीजा
विहिप निहत्थे अमरनाथ यात्रियों पर हमले से देशभर में रोष है। गुजरात समेत देश के राज्यों के शहरों व कस्बों में प्रदर्शन कर पाकिस्तान विरोधी नारेबाजी की गई। ..बयानों का दौर जारी..
लोकतंत्र पर हमला निर्दोष लोगों को निशाना बनाना समाज के लोकतांत्रिक मूल्यों पर हमला है। दोषियों को जल्द न्याय के दायरे में लाया जाना चाहिए -प्रणब मुखर्जी, राष्ट्रपति
कश्मीरियत को सलाम कश्मीरी समाज के हर तबके ने इस कायराना हमले की निंदा की है। इससे साबित होता है कि कश्मीरियत अब भी जिंदा है। मैं राज्य की जनता को सलाम करता हूं। इससे आतंक से निपटने का मेरा मनोबल बढ़ा है। -राजनाथ सिंह, गृहमंत्री
मोदी सरकार विफल
तीन साल के कार्यकाल में मोदी सरकार जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद खत्म नहीं कर सकी। यह हमला उसकी विफलता का नतीजा है।-प्रवीण तोगडिया, कार्यकारी अध्यक्ष विहिप
साभार-जागरण.कॉम
269total visits.