विश्व पशु दिवस: केंद्रीय मंत्री पुरुषोत्तम रुपाला ने किया भारतीय पशु कल्याण बोर्ड की वेबसाइट का शुभारंभ

डेयरी टुडे नेटवर्क,
गुरुग्राम, 4 अक्टूबर 2021,

भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI) ने 4 अक्टूबर को हरियाणा के गुरुग्रम में स्थित कामधेनु धाम गौशाला में विश्व पशु दिवस मनाया। इस अवसर पर केंद्रीय मत्स्यपालन, पशुपालन और डेयरी मंत्री पुरुषोत्तम रूपाला, हरियाणा सरकार के पशुपालन मंत्री जय प्रकाश दलाला खासतौर पर मौजूद थे।

इस अवसर पर श्री रुपाला ने भारतीय पशु कल्याण बोर्ड (AWBI) की वेबसाइट (www.awbi.in) का शुभारंभ किया और कहा कि इस वेबसाइट से पशु कल्याण के अंतिम उपयोगकर्ताओं तक लाभ होगा। इस पोर्टल पर 72 घंटे के भीतर पशुओं से संबंधित विभागीय अनुमति मिल सकेगी।

श्री रुपाला ने गौशाला परिसर से विश्व पशु दिवस का आयोजन करने के लिए विभाग के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री का दृष्टिकोण ‘वोकल फॉर लोकल’ वाले मुखरदर्शन तब व्यावहारिक हो जाएंगे जब गौ माता हमारे परिवारों को आजीविका प्रदान करेगी और हमें गाय और उसकी संतान की रक्षा करने की आवश्यकता नहीं होगी बल्कि वास्तव में गाय और उसकी संतान हमारी रक्षा करेगी। उन्होंने इस बात पर भी बल दिया कि भारत सरकार फसलों और पशुधन के उत्पादन में बढ़ोत्तरी करके, दूध और उसके उत्पादों के उत्पादन में सुधार लाकर ज्यादा दूध का उत्पादन करके हमारे किसानों की आय को दोगुना करने की दिशा में काम कर रही है।

डेयरी और पशुपालन मंत्री श्री रुपाला ने बताया कि गाय धरती पर एकमात्र प्राणी है, जिसके मल-मूत्र को भी पवित्र माना जाता है। उन्होंने आगे कहा कि भगवान श्रीकृष्ण ने गौपालन और योग का पालन किया, जिसमें योग का पालन पूरी दुनिया में किया जा रहा है और एक दिन आएगा जब हम फिर से पूर्ण रूप से गौपालन शुरू करेंगे और पूरी दुनिया इसका अनुसरण शुरू कर देगी, जैसा कि हमारे देश में पहले किया जाता था जब गाय आधारित अर्थव्यवस्था हमारा आधार हुआ करती थी। उन्होंने कहा कि इस प्रकार के समारोह पशुओं के प्रति मानवीय व्यवहार, दया और करुणा का संदेश फैलाएंगे और लोगों को अधिक भावुक होने के लिए संवेदनशील बनाएंगे। श्री रुपाला ने कहा कि महानगरों की आधुनिकता से भरी असंतुलित जीवनशैली को यदि पटरी पर लाना है तो हमें प्रत्येक महानगर के बाहरी इलाके में काऊ हॉस्टल की स्थापना करनी होगी।

हरियाणा सरकार में पशुपालन मंत्री जे पी दलाल ने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि प्राचीन काल में हम गाय आधारित अर्थव्यवस्था पर निर्भर करते थे और सभी लोग ज्यादा सुखी और स्वस्थ थे। उन्होंने कहा कि अब आधुनिकीकरण के युग में हमें कई प्रकार की चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। श्री दलाल ने कहा कि प्रदेश मुंहखुर जैसी घातक बीमारी से पूरी तरह हो चुका है। कोविड-19 के दौरान भी 45 लाख से अधिक पशुओं को विभिन्न बीमारियों से बचाव के टीके लगाए गए हैं। प्रति व्यक्ति दूध उपलब्धता के मामले में देश में दूसरे स्थान पर है। जल्द ही पशुपालकों के लिए काल सेंटर शुरू किया जाएगा। पशु चिकित्सा एंबुलेंस की भी शुरुआत की जाएगी। पशु से संबंधित कोई भी समस्या होने पर वह काल सेंटर में संपर्क कर सकेगा।

हरियाणा गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष श्रवण गर्ग ने श्रोताओं को संबोधित करते हुए कहा कि हरियाणा सरकार और गौसेवा आयोग इस दिशा में बहुत काम कर रहे हैं और गौशालाओं में गायों की संख्या में पिछले दशक के दौरान दोगुनी बढ़ोत्तरी हुई है और पशुधन विभिन्न बीमारियों से मुक्त हैं, जैसे एफएमडी आदि।

समारोह के दौरान श्री सुधीर सिंगला, विधायक, गुड़गांव, डॉ. प्रवीण मलिक, पशुपालन आयुक्त, भारत सरकार, श्री गिरीश शाह और प्रो. (डॉ.) आरएस चौहान, सदस्य एडब्ल्यूबीआई, डॉ. आशुतोष जोशी, सदस्य सचिव, एसएडब्ल्यूबी उत्तराखंड और सुश्री मनीषा टी. करिया, एडवोकेट भी उपस्थित थे।

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