डेयरी टुडे नेटवर्क,
गाजियाबाद, 27 मई 2024
गर्मी के सीजन में किसानों को भी कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। कई बार भीषण गर्मी के वजह से किसानों के गाय और भैंस के दूध का उत्पादन कम हो जाता है। ऐसे में उन्हें काफी समस्याएं होती है। लेकिन, गाय और भैंस के सही डाइट को फॉलो किया जाए तो, किसान अपनी इस समस्या से निजात पा सकते है।
पशु चिकित्सकों के मुताबिक गर्मी के सीजन में इंसान के साथ गाय भैंस को भी धुप लगने की संभावनाएं रहती हैं। वह उनके दूध का उत्पादन कम हो जाता है। उनके दूध के उत्पाद को बढ़ाने के लिए सही समय पर उन्हें हरा चारा और कुछ खास चीज देनी होगी। जिससे दूध का उत्पादन बढ़ेगा। वह बीमार नहीं होगा।
भीषण गर्मी के वजह से किसानों के फसल पर तो असर पड़ता है। वह साथ ही उनके पालतू जानवर गाय, भैंस के दूध का उत्पादन कम हो जाता है। इसे मेंटेन करने के लिए और उत्पादन बढ़ाने के लिए कुछ खास उपाय करने होते है। पशु चिकित्सक शिवकुमार बताते हैं कि गर्मी में किसानों को अपने गाय, भैंस को सिर्फ दो टाइम ही हरा चारा देना चाहिए। सुबह में 9 बजे और शाम में 5 बजे दे सकते है। इसके साथ उन्हें पानी में इलेक्ट्रॉल पाउडर देना चाहिए। इसके साथ ही सबसे खास चीज दिन में दो बार अपने गाय, भैंस को गुड़ का पानी जरूर दें। यह गाय औरभैंस को दिन में 3 से 4 बार ताजा पानी पिलाते रहे।
गर्मी में किसानों को अपने गाय और भैंस को धूप से बचाने के लिए कुछ खास उपाय करने होंगे। जिससे उनके गाय स्वस्थ रहें। दूध का उत्पादन कम ना हो। डॉक्टर शिवकुमार बताते है कि अपने जानवरों को किसान हरा चारा पर्याप्त मात्रा में खिलाए। इसके साथ ही किसानों को गर्मी के सीजन में गाय और भैंस को बाहर चराने ना ले जाए। उन्हें ठंडे जगह पर ही बांध के रखें। वहीं, पशु चिकित्सक बताते हैं कि किसान इन बातों का ध्यान रखें। जब भी उनकी गाय और भैंस हॉफ्ते दिखे तो उसे पानी जरूर पिलाएं। यह प्रक्रिया कुछ दिन तक चलती रही तो गाय दूध कम तो देगी साथ ही बीमार भी पड सकती है। वहीं, इस सीजन में उन किसानों को ज्यादा परेशानी होती है जो, विदेशी नस्ल कि गाय पालते है।
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