‘मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना’ के जरिए उत्तर प्रदेश में की जाएगी हाइटेक डेयरी फार्म्स की स्थापना, सब्सिडी भी मिलेगी

नवीन अग्रवाल, डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली/लखनऊ, 26 अक्टूबर 2024

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य में दुग्ध उत्पादन को बढ़ाने एवं डेयरी किसानों को सशक्त बनाने के लिए दिवाली से पहले उन्हें बड़ी सौगात दी है। योगी सरकार ने उत्तर प्रदेश में ‘मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना’ लॉन्च की है। इस योजना के अंतर्गत प्रदेश में आधुनिक डेयरी फार्म्स की स्थापना की जाएगी। इससे गुणवत्तापूर्ण दुग्ध उत्पादन और दूध की मात्रा में सुधार होगा। इसके लिए योगी सरकार 10.15 करोड़ रुपये खर्च करेगी।

प्रति पशु दुग्ध उत्पादन बढ़ाने की कोशिश
योगी सरकार ने प्रति पशु दुग्ध उत्पादन के राष्ट्रीय औसत को बढ़ाने के लिए मिनी नंदिनी कृषक समृद्धि योजना की शुरुआत की है। दरअसल, उत्तर प्रदेश देश के प्रमुख दुग्ध उत्पादक राज्यों में से एक है, लेकिन प्रति पशु दुग्ध उत्पादन की दृष्टि से राज्य राष्ट्रीय औसत से पीछे है। राज्य में वर्तमान में प्रति गाय औसतन 3.78 लीटर दूध का उत्पादन होता है, जो कि राष्ट्रीय औसत से कम है। वहीं, योजना के तहत यूपी सरकार ने उच्च गुणवत्ता वाली स्वदेशी नस्लों की गायों का चयन कर हाइटेक डेयरी इकाइयों की स्थापना का निर्णय लिया है।

10 गायों की क्षमता वाली हाइटेक डेयरी की स्थापना
योजना के जरिये 10 गायों की क्षमता वाली हाइटेक डेयरी इकाइयों की स्थापना की जाएगी। हर इकाई पर लगभग 23.60 लाख का खर्च आएगा, जिसमें सरकार और लाभार्थी दोनों का योगदान होगा। इन इकाइयों में केवल गिर, थारपारकर और साहीवाल जैसी उच्च गुणवत्ता वाली देशी नस्लों की गायें की खरीदी जाएंगी, जिनकी दुग्ध उत्पादन क्षमता अधिक होती है। योजना के तहत चुनी गई गायों की नस्ल का मूल्यांकन उनकी उत्पादन क्षमता और गुणवत्ता के आधार पर किया जाएगा, जिससे अधिक दुग्ध उत्पादन सुनिश्चित हो सके।

डेयरी किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों की दी जाएगी जानकारी
योजना के तहत कैटल शेड और अन्य आधारभूत संरचनाओं का निर्माण आधुनिक तकनीक से किया जाएगा। इन संरचनाओं में पफ पैनल का उपयोग किया जाएगा, जिससे मौसम के प्रतिकूल प्रभाव से पशुओं की सुरक्षा हो सकेगी और उनका स्वास्थ्य बेहतर रहेगा। इसके अलावा, गौ पालकों को आधुनिक प्रशिक्षण भी दिया जाएगा, जिससे वे नए तकनीकी साधनों का उपयोग कर अपने पशुओं की देखभाल और प्रबंधन कर सकें। गौ पालन में तीन वर्ष का अनुभव रखने वाले योग्य किसानों का चयन किया जाएगा ताकि योजना का लाभ वास्तविक जरूरतमंदों तक पहुंच सके।

छोटे किसानों को होगा सीधा लाभ
योजना से छोटे और सीमांत किसानों को सीधा लाभ होगा। साथ ही किसानों को वैज्ञानिक पद्धतियों से परिचित कराया जाएगा। इससे कम लागत में अधिक उत्पादन की संभावना बढ़ेगी। यह योजना सिर्फ दुग्ध उत्पादन बढ़ाने तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य ग्रामीण समाज में सकारात्मक बदलाव भी लाना है। योजना के जरिए पशुपालकों को नए अवसर मिलेंगे, जिससे वे आर्थिक रूप से सशक्त और आत्मनिर्भर बन सकें।

20810total visits.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय खबरें