डेयरी टुडे नेटवर्क,
आणंद(गुजरात), 4 जनवरी 2018,
अमूल डेयरी कभी दूध की क्वालिटी से समझौता नहीं करती है, यही वजह है कि अमूल देश का सबसे विश्वसनीय ब्रांड है। क्वालिटी बरकरार रखने के लिए अमूल की तरफ से लगातार दूध खरीद सेंटरों पर क्वालिटी की जांच की जाती है। अमूल की क्वालिटी टीम ने मिलावट की शिकायत मिलने पर बाकरोल दूध मंडली का दाौरा किया और वहां आने वाले दूध की जांच की। जांच के दौरान दूध में मिलावट होने पर अमूल ने मंडली से दूध लेना बंद कर दिया। बाकरोल दूध मंडली में ताला लगने के बाद पशुपालकों ने भारी हंगामा किया। बताया जा रहा है कि पशुपालक दूध में मिलावट करके बाकरोल दूध मंडली में बेच रहे थे। मिलावट की शिकायत के बाद अमूल डेयरी की मिल्क क्वालिटी चेकिंग टीम ने लेबोरेटरी वैन के साथ मंगलवार को बाकरोल गांव का दौरा किया। मंडली में दूध देने आए पशुपालकों के दूध की जांच की गई। मंडली के 3 डायरेक्टरों सहित 8 सदस्यों के दूध में बड़े पैमाने पर मिलावट पाई। अमूल डेयरी ने मिलावटी दूध लेना बंद कर दिया। बाकरोल में रोजाना 392 पशुपालक 3500 लीटर दूध देते हैं।
दूध मंडली में ताला लगने से पशुपालकों में हड़कंप मच गया है। दूध मंडली के सेक्रेटरी प्रदीप पटेल ने बताया कि मंगलवार को मंडली की बैठक में टंकी की सफाई पर चर्चा हुई। सेक्रेटरी ने कहा कि मंडली के 8 सदस्यों से 100 रुपए के स्टैंप पेपर पर माफी लिखवाकर अमूल डेयरी को सौंपा जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि लिखित माफी के बाद अमूल डेयरी फिर से दूध लेना शुरू कर देगी।
वहीं अमूल डेयरी के चेयरमैन रामसिंह परमार ने कहा कि बाकरोड मंडली के दूध को क्वालिटी की जांच में गड़बड़ी मिलने के बाद बंद किया गया है। कमेटी की जांच के बाद सदस्यों के हित में बाकरोल मंडली पर जल्द ही निर्णय लिया जाएगा।
बाकरोल डेयरी के चेयरमैन महबूब मलेक ने बताया कि मंडली की टंकी साफ न होने से दूध खराब हो जाता है। इसके अलावा बीमार पशुओं का दूध भी खराब होता है। इसमें दुग्ध विक्रेताओं की कोई गलती नहीं है। डेयरी ने केवल असामान्य की रिपोर्ट दी है। दूध में असामान्य क्या है और क्या मिलावट की गई इसकी जानकारी नहीं दी गई है। मामूली सी बात पर दुग्ध विक्रेताओं को दोषी नहीं कहा जा सकता।
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