अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस बने दुनिया के सबसे अमीर शख्स

नई दिल्ली, 28 जुलाई 2017,

ई-कॉमर्स रिटेल कंपनी अमेजन के फाउंडर जेफ बेजोस ने मोइक्रोसॉफ्ट के प्रमुख बिग गेट्स को पिछाड़कर दुनिया के सबसे अमीर बन गए हैं.फोर्ब्स की ताजा रिपोर्ट के मुताबिक, बेजोस के पास इस वक्त 90.6 अरब डॉलर की प्रॉपर्टी है, जबकि गेट्स की संपत्ति 90 अरब डॉलर है.

एक झटके में कमाए 13,000 करोड़, अब बने दुनिया के सबसे अमीर शख्स

बेजोस की संपत्ति में यह इजाफा उनकी कंपनी के शेयरों की कीमत में आई उछाल के चलते हुआ है. इसके अलावा बिजोस ने हाल ही में अमेरिका की सबसे बड़ी ग्रॉसरी चेन व्होल फूड्स को खरीदा था. ग्रॉसरी चेन को खरीदने से बिजोस की दौलत 13,000 करोड़ रुपए (2 अरब डॉलर) बढ़ गई.

काफी तंगी में बीता बचपन
जेफ आज भले ही दुनिया के सबसे अमीर शख्स हैं, लेकिन उनकी जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी था, जब उन्हें पैसों की तंगी थी. जब वे 4 साल के थे तो उनके माता-पिता का तलाक हो गया. इसके बाद उनकी मां ने दूसरी शादी की. जेफ का पालन-पोषण नाना के यहां हुआ था.

जेफ को बचपन से ही चीजों को खोलना और उन्हें अपने अनुसार जोड़ना पसंद था. नई चीजों को सीखने की उत्सुकता के कारण ही उन्होंने बचपन में स्पेस आंत्रप्रेन्योर बनने का मन बना लिया था. उन्होंने प्रिस्टन यूनिवर्सिटी से फिजिक्स में पढ़ाई की. इस डिग्री को बीच में छोड़कर कम्प्यूटर साइंस और इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने लगे.

पढ़ाई के बाद जेफ ने कुछ कंपनियों में नौकरी की. लेकिन उनका मन नहीं लगा. वे कुछ बड़ा करना चाहते थे. 1994 में न्यूयॉर्क से सिएटल तक की एक रोड ट्रिप के दौरान जेफ ने अमेजन कंपनी का बिजनेस प्लान आया. जिस किराए के घर में वे रह रहे थे, उसी के गैराज में काम करना शुरू किया.

पैसों की तंगी के कारण उन्हें दरवाजे को टेबल बनाकर गुजारा किया. शैल शैफन उनके पहले इम्प्लॉई थे. दक्षिण अमेरिकी नदी अमेजन के नाम पर उन्होंने अपनी कंपनी का नाम दिया. अमेजन के लोगो में भी साफ है कि यहां ए से जेड तक हर सामान उपलब्ध है.

2007 में पहुंचे बुलंदी पर

इस दौरान जेफ ने इंटरनेट ग्रोथ के बारे में काफी कुछ सीखा. दिमाग के तेज और मेहनती जेफ ने कंपनी को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाना शुरू कर दिया. साल 2000 में जेफ ने ब्लू ऑरिजिन एलसीसी नाम से स्पेस कंपनी स्थापित की. उनकी कंपनी ने कई रिकॉर्ड बनाए.2007 तक अमेजन डॉट कॉम ऑनलाइन बिक्री की दुनिया में ब्रांड बन चुका था.

कंपनी के इतिहास में महत्वपूर्ण दिन नवंबर 2007 में आया, जब अमेजन ने अमेजन किन्डल नाम से ई-बुक रीडर बाजार में उतारा, जिससे किताब को तुरंत डाउनलोड करके पढ़ा जा सकता था. इससे कंपनी को काफी प्रॉफिट हुआ. पहले किन्डल की बिक्री बढ़ी, दूसरे किन्डल फॉर्मेट में पढ़ी जाने वाली बुक्स की बिक्री भी बढ़ी.

जेफ अपने कॉम्पिटीटर्स से आगे निकलने के लिए जबरदस्त डिस्काउंट और ऑफर की मदद से कस्टमर्स को आकर्षित करते हैं. उनकी यही स्ट्रैटजी उनके लिए फायदेमंद साबित हुई. इसके अलावा जैफ खुद किताबें पढ़ने के शौकीन हैं. वे किताबें पढ़ते हैं. उनके नोट्स बनाते हैं और उसी के मुताबिक जीने लगते हैं.

दुनिया के सबसे अमीर शख्स के अलावा जेफ चैरिटी में भी काफी पैसा डोनेट करते हैं. रिपोर्ट्स के मुताबिक वह सालाना 100 मिलियन डॉलर चैरिटी में देते हैं.एक बार उनके एक इम्प्लॉई जैनिफर कास्ट ने सेम-सेक्स मैरिज के लिए एक लाख यूएस डॉलर की मांग की थी, तो जेफ और उनकी पत्नी ने 2.5 मिलियन यूएस डॉलर डोनेशन में दिए थे.

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