Dairy Today Network,
नई दिल्ली, 29 अप्रैल 2020,
कोरोना से लड़ने में सबसे कारगर अगर कोई चीज है, तो वो है आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानि आपकी इम्युनिटी। और देशवासियों की इम्युनिटी बढ़ाने के लिए भारत की सबसे बड़ी डेयरी कंपनी अमूल (Amul) ने ‘हल्दी दूध’ (Haldi Milk) लॉन्च किया है। हल्दी वाला दूध कई तरह से फायदेमंद है और हमेशा से दादी-नानी के नुस्खों में शामिल रहा है। इसी नुस्खे से सीख लेते हुए एशिया के सबसे बड़े मिल्क ब्रॉन्ड अमूल ने ‘हल्दी दूध’ (Haldi Milk) लॉन्च किया है। अमूल का मानना है कि बीमारियों से बचाव के लिए हल्दी वाला दूध काफी बेहतरीन प्रोडक्ट के रूप सामने आएगा। खासकर युवाओं को ध्यान में रखते हुए अमूल ने यह प्रोडक्ट लॉन्च किया है। गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) अमूल ब्रॉन्ड की मार्केटिंग करती है। कैरा डिस्ट्रिक्ट को-ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर यूनियन लिमिटेड ने दूध की दो नई किस्मों का उत्पादन शुरू किया है। कैरा डिस्ट्रिक्ट को ऑपरेटिव मिल्क प्रोड्यूसर यूनियन लिमिटेड को अमूल डेयरी के नाम से भी जाना जाता है।
अमूल का हल्दी दूध कैन में उपलब्ध होगा। अमूल ने इसे 200 एमएल की कैन लॉन्च किया है। इसकी कीमत 30 रुपए रखी गई है। रोगों से लड़ने की क्षमता (Immunity Booster) बढ़ाने के लिए गोल्डन दूध अच्छा होता है। अमूल डेयरी आने वाले दिनो में अदरक, तुलसी समेत के कई और तरह के दूध भी लॉन्च करने की प्लानिंग कर रही है। अमूल डेयरी के मुताबिक, कंपनी के पास रोजाना इन दोनों प्रोडक्ट्स की 1.50 लाख यूनिट तैयार करने की क्षमता है। इन दो नई वैरायटीज को आनंद स्थित अमूल डेयरी प्लांट में तैयार किया जा रहा है।
गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन (GCMMF) के मैनेजिंग डायरेक्टर आरएस सोढ़ी के मुताबिक, रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने की खूबी के लिए हल्दी सुपरफूड के रूप में जाना जाता है। खासतौर पर दूध के साथ मिलकर यह कई बीमारियों से लड़ने वाली सदियों पुरानी आयुर्वेदिक दवा है। हल्दी दूध सिर्फ भारत में ही नहीं बल्कि दुनियाभर में प्रसिद्ध है।
अमूल ने पिछले वर्ष ऊंटनी का दूध (Camel Milk) लॉन्च किया था। कैमल मिल्क पचने में तो आसान है ही, इसके कई अन्य फायदे भी हैं। इसमें इन्सुलिन प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होने की वजह से यह डायबिटीज से पीड़ित लोगों के लिए फायदेमंद है। कैमल मिल्क का इस्तेमाल हजारों सालों से विविध संस्कृतियों में होता आया है। आरोग्य के विविध फायदों को देखते हुए इस दूध की वजह से बाजार में एक नया क्षेत्र खुला है।
अमूल ब्रांड के तहत डेयरी प्रोडक्ट्स की मार्केटिंग करने वाली संस्था, गुजरात को-ऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन लिमिटेड (जीसीएमएमएफ) का कारोबार पिछले फाइनेंशियल ईयर में 17 प्रतिशत बढ़कर 38,550 करोड़ रुपये का हो गया। जीसीएमएमएफ ने कहा कि इस सहकारी कंपनी ने वित्त वर्ष 2018-19 में 32,960 करोड़ रुपये का कारोबार किया था। अमूल फेडरेशन की 18 सदस्यीय यूनियनों के पास गुजरात के 18,700 गांवों में 36 लाख से अधिक किसान सदस्य हैं। अमूल फेडरेशन पिछले 10 सालों से कम्पाउंड एनुअल ग्रोथ रेट (सीएजीआर) 17 प्रतिशत से ज्यादा हासिल करने में कामयाब रहा है। सबसे ज्यादा इसका दूध बाजार में बेचा जा रहा है। इसके साथ, नए बाजार और नए प्रोडक्ट्स भी इसकी ग्रोथ का हिस्सा हैं।
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Correction dr ratnam resigned 2 years back .
Corrected, Thanks Sir- Dairy Today
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Sir,First Time In India.