भाषा,
कोलकाता, 6 अगस्त 2017,
पश्चिम बंगाल में डेयरी उद्योग क्षेत्र में बहुत संभावनाएं हैं क्योंकि यहां इसके लिए कच्चा माल और मांग दोनों ही उपलब्ध है। अमूल ने राज्य में 200 करोड़ रुपये की लागत से एक प्रसंस्करण संयंत्र भी लगाया है। अमूल ब्रांड का स्वामित्व रखने वाली गुजरात सहकारिता दुग्ध विपणन संघ के प्रबंध निदेशक आर. एस. सोढ़ी ने कहा, पश्चिम बंगाल में डेयरी उद्योग राष्ट्रीय औसत 5 फीसदी के मुकाबले 2-3 फीसदी की दर से वृद्धि कर रहा है जबकि राज्य में कच्चा माल और मांग दोनों उपलब्ध हैं।
उन्होंने कहा कि जरूरत डेयरी किसानों को संगठित करने और दुग्ध खरीद प्रक्रिया को बनाने की है। अमूल राज्य सरकार से इसे अपने हाथ में लेने के लिए उत्सुक है और जानती है कि कैसे तकनीकी सहायता इसे बढ़ाने में मदद कर सकती है।
राज्य में 1-1.2 करोड़ टन दूध की मांग है जबकि यहां मात्र 50 लाख टन दूध ही उत्पादित होता है। अमूल ने पहले ही यहां 17 एकड़ में एक केंद्रीयकृत प्रसंस्करण संयंत्र लगाने के लिए प्रतिबद्ध है। इसे वह पश्चिम बंगाल औद्योगिक विकास निगम के हावड़ा स्थित संकरेल फूड पार्क में स्थापित करेगी। सोढ़ी ने कहा, हमारा संयंत्र अगले एक साल में तैयार हो जाएगा। प्रस्तावित संयंत्र में आम दूध के अलावा योगर्ट, यूएसडी दूध और घी का उत्पादन किया जाएगा।
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