डेयरी टुडे नेटवर्क,
पटना, 22 मई 2024
बिहार में डेयरी उद्योग को सशक्त करने की कोशिशें की जा रही हैं। सूत्रों के मुताबिक राज्य में डेयरी उद्योग को मजबूती देने के लिए सरकार की ओर से 27 अरब 65 करोड़ 76 लाख रुपये अनुदान दिया जाएगा। ये राशि नये डेयरी फॉर्म व दूध कलेक्शन सेंटर खोलने, पशु पोषण, दूध की मार्केटिंग, दूध प्रसंस्करण इकाइयों पर खर्च की जाएगी। चौथे कृषि रोड मैप में इन योजनाओं को प्रस्तावित कर दिया गया है। योजना स्वीकृति के बाद लक्ष्य तय कर जिलावार इसे आवंटित किया जाएगा। वहीं, दूध उत्पादन में राष्ट्रीय औसत से बिहार आगे है।
डेयरी उद्योग में अरबों रुपए होंगे खर्च
पूरे बिहार में डेयरी फार्म खोलने के लिए 19 अरब 98 करोड़ 36 लाख रुपये खर्च का अनुमान किया गया है। इस लागत राशि में सरकार की ओर से आठ अरब 82 करोड़ 98 लाख रुपये अनुदान दिया जाएगा। इस राशि से प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। साथ ही दूध प्रसंस्करण इकाई का पूरा खर्च भी सरकार देगी। बता दें कि दूध के प्रसंस्करण इकाई के लिए 04 अरब, 19 करोड़ 80 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। ये पूरी राशि सरकार की ओर से ही दी जाएगी।
वहीं, दूध की मार्केटिंग पर भी कुल पांच अरब 87 करोड़ 60 लाख रुपये खर्च किये जाएंगे। इस पर सरकार की ओर से चार अरब 95 करोड़ 73 लाख रुपये अनुदान दिया जाएगा। पशुओं के पोषण पर दो अरब 60 करोड़ पांच लाख रुपये खर्च का अनुमान किया गया है। इस पर सरकार की ओर से एक अरब 71 करोड़ 65 लाख रुपये अनुदान मिलेगा।
दुग्ध उत्पादन में राष्ट्रीय औसत से आगे है बिहार
वहीं, दूध कलेक्शन पर 08 अरब 58 करोड़ दो लाख रुपये खर्च का अनुमान है। इस पर सरकार की ओर से 07 अरब 98 करोड़ 60 लाख रुपये अनुदान मिलेगा। इससे सुलभता से दूध का संग्रहण हो सकेगा। इससे अधिक से अधिक पशुपालकों का दूध खरीदा जा सकेगा। बता दें किदूध उत्पादन में बिहार देश भर में आठवें स्थान पर है। बिहार में प्रति व्यक्ति दूध की उपलब्धता 400 ग्राम है। ये राष्ट्रीय औसत से मात्र 44 ग्राम कम दूध की उपलब्धता है। बताते चलें कि 5.29% दूध उत्पादन का राष्ट्रीय औसत है। जबकि, बिहार में दूध उत्पादन का औसत 7.3% है।
(साभार-न्यूज 18 इंडिया)
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