डेयरी टुडे डेस्क
नई दिल्ली, 5 सितंबर 2017,
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन में सोमवार को आतंकवाद पर कूटनीतिक जीत हासिल करने वाले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज भी आतंक का मु्द्दा मजबूती के साथ उठाया। पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खात्मे के लिए सभी ब्रिक्स देशों के साथ आने और मिलकर काम करने की जरूरत है।नइस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने वैश्विक पटल पर ‘सबका साथ, सबका विकास’ नारे पर जोर देते हुए कहा कि यह बेहद जरूरी है। पीएम मोदी ने यह बातें चीन के शियामेन में ब्रिक्स सम्मेलन के आखिरी दिन ‘डायलॉग ऑफ इमरजिंग मार्केट एंड डेवलपिंग कंट्रीज’ नामक सत्र को संबोधित करते हुए कही।
ब्रिक्स देशों के लिए अगला दशक काफी अहम
सम्मेलन के आखिरी दिन पीएम मोदी ने अपने भाषण में कहा कि सभी ब्रिक्स देशों के लिए अगला दशक काफी अहम है। इसके साथ ही पीएम ने कहा कि दुनिया को और हरा-भरा बनाने के लिए हमें (ब्रिक्स देशों को) मिलकर प्रयास करने की जरूरत है।
इन मुद्दों पर गंभीर कदम उठाना बेहद जरूरी
इस दौरान पीएम मोदी ने जिन मुद्दों पर फोकस किया उसमें साइबर साइबर सुरक्षा, आतंकवाद और आपदा प्रबंधन भी शामिल था। उन्होंने कहा कि अगले दशक को स्वर्णिम बनाने के लिए इन मुद्दों पर गंभीर कदम उठाना बेहद जरूरी है।
ब्रिक्स में भारती की कूटनीतिक जीत
बता दें कि ब्रिक्स देशों ने ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के घोषणापत्र में पहली बार पाकिस्तान के आतंकी समूहों का नाम शामिल किया जाना भारतीय कूटनीति खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए बहुत बड़ी जीत है। शिखर सम्मेलन में इस बार अपनी मेजबानी में ब्रिक्स के मंच से आतंकवाद की चर्चा न कराने पर अड़े चीन को न सिर्फ इस पर चर्चा करानी पड़ी, बल्कि वह घोषणा पत्र में पाकिस्तान में फल फूल रहे आतंकी संगठनों लश्कर ए तैयबा, जैश ए मोहम्मद, तहरीक ए तालिबान और हिज्ब उत ताहिर का नाम भी शामिल कराने से भी नहीं रोक सका।
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