मुंबई, 7 अगस्त 2017
खाद्य क्षेत्र की प्रमुख कंपनी ब्रिटानिया अपने डेयरी उद्योग के विस्तार पर विचार कर रही है। कंपनी के कुल टर्नओवर में इसका 5-6 प्रतिशत योगदान है। यही वजह है कि वह इस क्षेत्र पर अधिक ध्यान दे रही है। वित्त वर्ष 2016-17 के लिए हाल में जारी अपनी वार्षिक रिपोर्ट में कंपनी ने कहा है कि वह डेयरी मॉडल को एकीकृत कारोबार के रूप में परिवर्तन करने का आंकलन कर रही है। वित्त वर्ष 17 में बेंगलूरु स्थित इस कंपनी का टर्नओवर 9,054 करोड़ रुपये था। रिपोर्ट में कंपनी ने कहा है कि भारत डेयरी का सबसे बड़ा उत्पादक और उपभोक्ता रहा है। विकास की संभावना को देखते हुए मौजूदा निजी और सहकारी कंपनियां इस क्षेत्र में निवेश जारी रखे हुए हैं। उद्योग की कुछ अन्य निजी कंपनियों ने भी इस क्षेत्र में प्रवेश की घोषणा की है।
इस क्षेत्र के विश्लेषकों ने कहा कि पिछले साल पतंजलि, कोका कोला और आईटीसी डेयरी क्षेत्र में प्रवेश कर चुकी हैं। पेप्सीको ने भी बाजार में अपनी रुचि प्रकट की है। ब्रिटानिया के अलावा नेस्ले, अमूल, मदर डेयरी और डैनोन जैसी प्रमुख कंपनियां भारतीय डेयरी उद्योग में शामिल हैं। अपनी वार्षिक रिपोर्ट में ब्रिटानिया ने कहा है कि डेयरी विकास के प्रमुख संचालक पनीर, दही और दूध से निर्मित पेय जैसे मूल्य संवर्धित उत्पाद रहे हैं। पैस्च्युराइज्ड दूध जैसे प्रमुख उत्पाद भी उल्लेखनीय रूप से बढ़ रहे हैं। कंपनी ने यह संकेत भी दिए हैं कि डेयरी में सफलता का स्तर गुणवत्तापूर्ण दूध की प्राप्ति, सही मूल्य संवर्धित उत्पाद की क्षमता और ताजे डेयरी उत्पादों की कोल्ड चेन रहा है। ब्रिटानिया ने कहा कि वह बेकरी की प्रमुख श्रेणियों में अपनी स्थिति को मजबूत करेगी जिसमें बिस्किट, केक, रस्क और ब्रेड शामिल है। रिपोर्ट में कहा गया है कि वह भारतीय प्रवासियों वाले देशों पर ध्यान केंद्रित करते हुए अंतरराष्ट्रीय कारोबार का विस्तार करेगी।
साभार-बिजनेस स्टैंडर्ड
1656total visits.