डेयरी टुडे नेटवर्क,
वाराणसी, 29 जून 2021
बीएचयू के दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग में इसी सत्र 2021-22 से बीटेक की पढ़ाई शुरू होगी। विभाग में डेयरी प्रौद्योगिकी और खाद्य प्रौद्योगिकी विषयों में चार वर्षीय बीटेक कोर्स का संचालन होगा। इन दोनों पाठ्यक्रमों में कुल 30-30 सीटें होंगी। वहीं इन कोर्स में एडमिशन बीएचयू या एनटीए की प्रवेश परीक्षा के माध्यम से होगा। पिछले छह माह से इस कोर्स को शुरू करने की कवायद बीएचयू में चल रही थी, मगर कोरोना महामारी के कारण इस कोर्स को मंजूरी नहीं मिल पा रही थी।
दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी विभाग, कृषि विज्ञान संस्थान में डेयरी प्रौद्योगिकी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी दोनों विायों में चार वर्षीय बी.टेक. कोर्स इसी सत्र 2021-22 से शुरू होगा।@icarindia@VCofficeBHU @bhupro @AgriGoI @Dept_of_AHD @registrarbhu @BHU_AgriDean @DeptBhu pic.twitter.com/7NThk7Lnk0
— Director (Agriculture) BHU (@directoragbhu) June 29, 2021
दुग्ध विज्ञान एवं खाद्य प्रौद्योगिकी के विभागाध्यक्ष प्रो. डीसी राय ने बताया कि देश में डेयरी एवं खाद्य उद्योग लगभग 20 फीसद की दर से बढ़ रहा है और इन दोनों क्षेत्रों में कुशल स्नातकों की काफी मांग है। इन्हीं बातों को ध्यान में रखकर विभाग ने दोनों विषयों में बीटेक कोर्स शुरू करने के लिए दिशा-निर्देश निर्धारित कर एक प्रस्ताव तैयार किया। काफी विचार-विमर्श के बाद विभाग की बोर्ड आफ स्टडीज ने पिछले साल 23 दिसंबर को, जबकि कृषि विज्ञान संस्थान ने 15 जनवरी को इस कोर्स पर अपनी स्वीकृति दी। वहीं कुलपति ने 21 जून को बीटेक कोर्स पर अपनी अंतिम मुहर लगा दी। इस कोर्स का पाठ्यक्रम भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा तय किया गया है और उन्हीं के नियमों के अनुसार कोर्स को मान्यता भी मिलती है। इस कोर्स के आने से बीएचयू अब दुग्ध प्रौद्योगिकी पर काफी बेहतर कार्य कर सकेगा।
इस कोर्स में प्रवेश पाने की योग्यता पीसीएम और पीसीएमबी को रखा गया है। यानि कि इंटरमीडिएट में अभ्यर्थी को फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ अनिवार्य होना चाहिए। वहीं जिस छात्र ने इस ग्रुप के साथ बायोलाजी की भी पढ़ाई की हो उसे भी मौका दिया जाएगा।
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