नवीन अग्रवाल, डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली, 13 अप्रैल 2023
गौ मूत्र में हानिकारक बैक्टीरिया पाया जाता है। इसका सीधा सेवन करना इंसानों के लिए उचित नहीं होता है। देश में पशुओं को लेकर शोध से जुड़े प्रतिष्ठित संस्थान ICAR-इंडियन वेटेरिनरी रिसर्च इंस्टिट्यूट की रिसर्च में यह बात सामने आई है। बरेली स्थित इस संस्थान के रिसर्च में भैंस का मूत्र अधिक प्रभावी होने की बात भी आई है।
उत्तर प्रदेश के बरेली जिले के इज्जतनगर में भारतीय पशुचिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) में डॉ. भोजराज सिंह और पीएचडी के 3 छात्रों की तरफ से इस संबंध में रिसर्च की गई। स्वस्थ गायों के दूध में कम से कम 14 तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं। इसमें Escherichia coli की मौजूदगी भी पाई जाती है, जिससे पेट में संक्रमण भी होता है। इस रिसर्च में सामने आई बातें ऑनलाइन रिसर्च वेबसाइट Researchgate में सामने आई हैं।
IVRI में Epidemiology (महामारी विज्ञान) विभाग के हेड डॉ.भोजराज सिंह ने टाइम्स ऑफ इंडिया से बातचीत में बताया, ‘गाय, भैंस, इंसानों के 73 यूरीन सैंपल के स्टैटिस्टिकल विश्लेषण में पता चला कि भैंसों का यूरीन, गायों के यूरीन से अधिक लाभदायक है। भैंस का यूरीन, S Epidermidis और E Rhapontici जैसे बैक्टीरिया पर अधिक प्रभावी है।’
सिंह ने बताया, ‘हमने रिसर्च में तीन तरह के गायों का यूरीन सैंपल लिया। इसमें साहीवाल, थारपारकर, विंदावनी (क्रॉस ब्रीड) का सैंपल लिया गया। इसके साथ ही भैंसों और इंसानों के यूरीन का सैंपल लिया गया। पिछले साल जून से नवंबर 2022 तक स्टडी की। इसके बाद नतीजा सामने आया कि एक स्वस्थ मनुष्य के यूरीन में भी हानिकारक बैक्टीरिया की मौजूदगी पाई गई।’
उन्होंने बताया कि सामान्य अवधारणा है कि गाय का दूध ऐंटी-बैक्टीरियल होता है। लेकिन किसी भी सूरत में मूत्र को इंसानों के सेवन के लिए प्रयोग नहीं होना चाहिए। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया कि गाय के डिस्टिल (आसवन) यूरीन में हानिकारक बैक्टीरिया होता है या नहीं, इसको लेकर आगे अभी रिसर्च की जा रही है।
वहीं, IVRI के ही पूर्व निदेशक आर एस चौहान ने इस बारे में कहा, ‘मैं पिछले 25 सालों से गोमूत्र पर रिसर्च कर रहा हूं। हमने पाया हैकि आसुत गोमूत्र इंसानों की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार करता है और कैंसर के साथ-साथ कोविड जैसी बीमारियों के खिलाफ मदद करता है। यह रिसर्च आसुत मूत्र के सैंपल पर नहीं गई है, असल में हम लोगों को आसुत गोमूत्र का सेवन करने की सलाह देते हैं।’
427total visits.