दूध खरीद के दामों में भारी कमी से पशुपालक परेशान, सरकार से दूध के न्यूनतम रेट तय करने की मांग

डेयरी टुडे नेटवर्क,
पलवल(हरियाणा), 3 जनवरी 2018,

हरियाणा के ग्रामीण क्षेत्र में दुध के दामों में गिरावट आने से पशु पालक किसान चिंतित हैं। ग्रामीण इलाकों में दूधिया मनमाने दाम पर पशुपालक किसानों से दूध खरीद रहे हैं। औने-पौने दामों में खरीदे जा रहे दूध से पशुपालक परेशान है। पलवल के हथीन क्षेत्र के पशुपालक किसानों ने सरकार से दूध की न्यूनतम खरीद दर तय करने की मांग की है। हथीन क्षेत्र से दूध की सप्लाई फरीदाबाद, गुरुग्राम, दिल्ली समेत आसपास के तमाम शहरों में की जाती है।

25 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से खरीदा जा रहा है दूध

ग्रामीण इलाकों में दुग्ध उत्पादन के जरिये 80 प्रतिशत ग्रामीण अपने घर का गुजारा चलाते हैं। लेकिन पिछले कुछ दिनों से गांवों में दूध के दामों में काफी गिरावट आई है। बताया गया है कि जहां पहले गांवों में दूधिया पशुपालक से 30 रुपये प्रति लीटर दूध खरीदता था, वहीं दूधिया अब पशुपालक से 25 रुपये प्रति लीटर के हिसाब से दूध खरीद रहा है। एक लीटर पर पांच रुपये के हिसाब से आई गिरावट पशु पालकों के लिए परेशानी का सबब बन गई है।

दूध खरीद के न्यूनतम रेट तय करने की मांग

पशुपालकों की माने तो भैंस व गाय के लिए खल, बिनौला तथा चारे पर महंगाई बढ़ी है, जबकि दूध के दाम घटे हैं। इससे ग्रामीण आंचल के दूध बेचने वाले पशुपालक दुखी हैं। पशुपालकों ने गांवों में दूधियों पर मनमानी का आरोप लगाया है। किसान का कहना है कि सरकार ने जिस तरह कई सब्जियों के दाम तय किए हैं उसी हिसाब से दूध खरीद के न्यूनतम दाम भी तय होने चाहिए। ताकि उनका भरण पोषण हो सके। जलालपुर के पशुपालक इसमाइल खान का कहना है कि “गांवों में दूधियों की मनमानी जारी है। सरकार ऐसे लोगों पर अंकुश लगाए। ताकि आम गरीब पशुपालक आर्थिक हानि से बच सके।”

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