उत्तराखंड : ई-नैम योजना से जुड़ेंगी राज्य की 10 और मंडियां, किसानों को होगा फायदा

डेयरी टुडे नेटवर्क,
देहरादून, 2 अक्टूबर 2017,

किसानों की आय दोगुना करने की कड़ी में केंद्र सरकार की महत्वाकांक्षी ई-नैम यानी राष्ट्रीय कृषि बाजार योजना से उत्तराखंड की 10 और मंडियां जुड़ेंगी। इसका प्रस्ताव केंद्रीय कृषि मंत्रालय को भेजा गया है। उम्मीद जताई जा रही कि इस माह के आखिर तक इसे केंद्र से हरी झंडी मिल जाएगी। अभी तक राज्य की पांच मंडियां ई-नैम से जुड़ी हैं। वहीं, कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि इस पहल से राज्य के किसानों को उत्पाद का समुचित दाम मिल सकेगा।

देश में एक कृषि बाजार की अवधारणा के मद्देनजर ई-नैम योजना की शुरुआत पिछले वर्ष 14 अपै्रल को हुई। इसमें राज्य की पांच मंडियों हरिद्वार, काशीपुर, गदरपुर, किच्छा व सितारगंज को जोड़ा गया है। योजना का लाभ अधिक से अधिक किसानों को मिले, इसे देखते हुए देहरादून, विकासनगर, ऋषिकेश, रुड़की, जसपुर, बाजपुर, रुद्रपुर, हल्द्वानी, खटीमा व टनकपुर मंडियों को भी ई-नैम से जोड़ने का प्रस्ताव भेजा गया है।

राज्य के कृषि मंत्री सुबोध उनियाल ने कहा कि किसानों के लिए ई-नैम बेहद लाभकारी है। सरकार की कोशिश है कि प्रदेश की सभी 23 मंडियों को धीरे-धीरे इससे जोड़ा जाए।

ई-नैम के फायदे

-ऑनलाइन जुड़ने के बाद किसान के सामने उत्पाद की बिक्री के विकल्प होंगे ज्यादा

-जहां भी बेहतर दाम मिलेगा, किसान वहां उत्पादों को बेच सकेंगे

-राज्यभर में कारोबार के लिए होगा केवल एक ही लाइसेंस

-कारोबार करने वालों को मंडी शुल्क में 10 फीसद तक की छूट

किसान से पूछकर तय होता है रेट

ई-नैम से जुड़ने के बाद किसान जो भी उत्पाद बेचना चाहें, उसकी बोली के लिए एक ही वक्त तय होगा। जो रेट तय होगा, उसके बारे में पहले किसान से पूछा जाएगा कि वह इससे सहमत है अथवा नहीं। सहमति व असहमति के लिए दिया जाता है आधा घंटे का वक्त। किसान की सहमति के बाद ही उसके खाते में भेजी जाती है उत्पाद की कीमत।

1021total visits.

One thought on “उत्तराखंड : ई-नैम योजना से जुड़ेंगी राज्य की 10 और मंडियां, किसानों को होगा फायदा”

  1. I sssah,Kashipur, want to mahila diary at hempur Ismail, bazpur road Kashipur, near kvs factory

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

लोकप्रिय खबरें