किसानों ने नष्ट कर दी 2000 बीघा में उगी बंदगोभी की फसल, जानिए वजह

डेयरी टुडे नेटवर्क,
शामली (यूपी), 3 मई 2020,

कोरोना संकट की मार किसानों पर सबसे ज्यादा पड़ी है। लॉकडाउन की वजह से बाजार बंद हैं, शहरों में आवाजाही पर पाबंदी है, ऐसे में किसानों को अपनी उपज के न तो खरीदार मिल रहे हैं और न ही उचित मूल्य। हालत ये है कि किसान खुद अपने हाथों से अपनी फसल को नष्ट करने पर मजबूर हो गया है। उत्तर प्रदेश के शामली में थानाभवन इलाके के जलालाबाद और आसपास के क्षेत्र में बड़े पैमाने पर बंदगोभी की खेती की जाती है। यहां किसानों ने 2000 बीघा से अधिक में बंदगोभी की फसल उगाई थी। लेकिन अब शहरों में फास्टफूड रेस्टोरेंट बंद  होने की वजह से उन्हें बंदगोभी न तो दाम मिल रहे हैं और न ही खरीदार। बताया जा रहा है कि जो बंदगोभी कभी 15 से 20 रुपये किलो के  हिसाब से बिकती थी, उसे अब दो से तीन रुपये प्रति किलो में भी कोई खरीदने को तैयार नहीं है। किसानों के मुताबिक एक बीघा फसल में करीब दस हजार रुपये की लागत आई है, लेकिन अब उनकी लागत तो दूर, फसल को मंडी में ले जाने का किराया तक नहीं मिल रहा है। ऐसे में मजबूर होकर बड़ी संख्या में किसानों ने खेतों में हरी-भरी पत्तागोभी की फसल पर ट्रैक्टर चला दिया।

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विरोध में चौधरी राकेश टिकैत ने चलाया फसल पर ट्रैक्टर

भारतीय किसान यूनियन के नेता और प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत ने भी विरोध स्वरूप बंदगोभी की हरी भरी फसल पर ट्रैक्टर चलाया। उनका कहना है कि लाॅकडाउन के कारण बंदगोभी की खेती करने वाले किसानों को काफी नुकसान हुआ है। ऐसे में सरकार को किसानों को संकट से उबरने के लिए मुआवजा दिया जाए। रविवार को थानाभवन क्षेत्र के गांव मसावी पहुंचे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत ने बंद गोभी की फसल पर ट्रैक्टर चलाया। उन्होंने बताया कि मांग न होने के कारण बंद गोभी के किसान बर्बादी की कगार पर आ गए हैं। सरकार को इसका मुआवजा देना चाहिए।

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आरएलडी नेता जयंत चौधरी ने सरकार पर साधा निशाना

राष्ट्रीय लोकदल के नेता और पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने भी बंदगोभी किसानों की समस्या को उठाया है। उन्होंने ट्वीट किया, “पत्तागोभी की फसल पे थानाभवन, शामली के किसान ने बेबस होकर ट्रैक्टर चला नष्ट कर दिया। कमज़ोर market linkages के कारण किसान को उचित मूल्य नहीं मिल पाता, और जब सरकार खुद मार्केट को disrupt कर देती है तो किसान तबाह हो जाता है।”

सोशल मीडिया पर किसानों की दुर्दशा और विवशता से नाराज होकर कई लोगों ने सरकार के खिलाफ हल्ला बोल दिया है-

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