डेयरी टुडे नेटवर्क,
लखनऊ, 7 मई 2020,
कोरोना संकट के बीच उत्तर प्रदेश में सब्जियों और फलों की खेती करने वाले किसानों के लिए अच्छी खबर है। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने तरबूज, आम, करेला, भिंडी, कटहल टिंडा, केला सहित 46 प्रकार की फल और सब्जियों को मंडी टैक्स से मुक्त कर दिया है। इतना ही नहीं यूपी कैबिनेट ने एक और बड़ा फैसला लेते हुए किसानों के लिए मंडी से बाहर भी इन फसलों की बिक्री के प्रावधान को मंजूरी दे दी है।
मण्डी नियमों में हुए संशोधन से इन फल व सब्जियों का व्यापार पूरे प्रदेश में निर्बाध रूप से चल सकेगा तथा ग्राम्य स्तर से किसानों से खरीद भी हो सकेगी। @UPGovt
— Surya Pratap Shahi (@spshahibjp) May 6, 2020
मतलब अब किसानों के पास मंडी में ही अपनी फसल बेचने का बंधन नहीं होगा, बल्कि किसान नए नियम के तहत अब अपने खेत या आसपास किसी कस्बे, शहर में सब्जियां और फल बेच सकेंगे।
इसके तहत जल्द खराब होने वाले 46 फल व सब्जियों को मण्डी शुल्क से मुक्त कर दिया गया है। इन फल व सब्जियों में आम, सेब, हरी मटर, केला, अनार, पत्ता गोभी-फूल गोभी, मौसम्बी, अंगूर, पपीता, तरबूज, संतरा, बैगन, खीरा, कद्दू, लौकी, गाजर, अरवी, अमरूद, मूली, पेठे वाला कद्दू, भिण्डी, 1/2
— Surya Pratap Shahi (@spshahibjp) May 6, 2020
परवल, कच्चा कटहल, करेला, किन्नू, खरबूज, शकरकन्द, चीकू, लीची, आँवला, कुन्दरू, नाशपाती, जिमीकन्द, टिण्डा, बेर, माल्टा, आड़ू, हरी लोबिया, पका कटहल, चकोतरा, लोकाट, खुबानी, ब्रोकली, सिंघाड़ा, ग्रेप फ्रूट शामिल हैं।
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उत्तर प्रदेश सरकार में कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के मुताबिक 6 मई को कैबिनेट ने उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मण्डी (संशोधन), अध्यादेश, 2020 के प्रारूप को अनुमोदित कर दिया गया है। इसके तहत जल्द खराब होने वाले 46 फल व सब्जियों को मण्डी शुल्क से मुक्त कर दिया गया है। कृषि मंत्री ने लोकभवन स्थित मीडिया सेन्टर में पत्रकारों को संबोधित करते हुए ये बात कही।
आज मंत्रिपरिषद द्वारा उत्तर प्रदेश कृषि उत्पादन मण्डी (संशोधन), अध्यादेश, 2020 के प्रारूप को अनुमोदित कर दिया गया है। @UPGovt @CMOfficeUP
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जाहिर है कि यूपी में पुराने मंडी के नियमों के अनुसार किसान अपनी उपज को सिर्फ सरकार की अनुमोदित मंडियों में भी बेच सकते थे, यहां पर उन्हें मंडी शुल्क भी देना होता था। कृषि मंत्री ने बताया कि मण्डी नियमों में संशोधन का ये फैसला कोरोना और लॉकडाउन को देखते हुए लिया गया है, इसमें मंडियों में बेचने की अनिवार्यता खत्म कर दी गई है। कृषि मंत्री ने बताया कि इससे स्थानीय स्तर पर अथवा किसानों के डोर स्टेप (दरवाजे-खेत पर) बेच सकेंगे, इससे एक तरफ जहां मंडियों में भीड़ कम हो सकेगी वहीं किसानों को आय बढ़ाने में मदद मिलेगी।
उ0 प्र0 कृषि उत्पादन मण्डी अधिनियम में किये गये इन संशोधनों से विशिष्ट प्रकार के लाइसेंसी/व्यापारियों/विपणन स्थलों को मण्डी परिषद के बाहर ही किसानों से खरीद की व्यवस्था हो सकेगी।साथ ही वेयर हाउस एवं शीतगृह जैसे स्थानों को मण्डी घोषित करने की व्यवस्था को प्रोत्साहित किया जा सकेगा। pic.twitter.com/tcsWhDaz5o
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मंडी एक्ट में संसोधन के बाद वेयर हाउस और शीतगृह (कोल्ड स्टोरेज) को मंडी घोषित करने की व्यवस्था को प्रोत्साहन मिलेगा। किसान बाजारों को बढ़ावा मिलेगा। कृषि मंत्री शाही ने कहा कि मण्डी नियमों में हुए संशोधन से इन फल व सब्जियों का व्यापार पूरे प्रदेश में निर्बाध रूप से चल सकेगा तथा ग्राम्य स्तर से किसानों से खरीद भी हो सकेगी।
यह निर्णय किसानों की आय दोगुनी करने तथा कृषक हित में बाजार को प्रतिस्पर्धात्मक बनाने में भी सहायक होंगे। मण्डी एक्ट में पहले प्राविधान था कि मण्डी के भीतर ही खरीद होगी, जिसे अब समाप्त किया जा रहा है। इससे ईज आॅफ डुईंग बिजनेस को भी बढ़ावा मिलेगा। pic.twitter.com/lP01fLPaSt
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मंडी से बाहर बिक्री की छूट के बावजूद मंडियों में भी खरीद-फरोख्त के लिए सुविधाएं उपलब्ध रहेंगी। मंडी पहुंचने वाले किसानों से सिर्फ सेवा शुल्क (यूजर चार्ज) लिया जाएगा, मंडी शुल्क नहीं पडेगा। इस अवसर पर कृषि विपणन राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्रीराम चौहान, अपर मुख्य सचिव सूचना अवनीश कुमार अवस्थी, प्रमुख सचिव कृषि देवेश चतुर्वेदी एवं निदेशक सूचना शिशिर उपस्थित रहे।
मण्डी परिसर में भी इन फल व सब्जियों के विपणन की सुविधा किसानों के लिए उपलब्ध रहेगी तथा वहां आने पर उन्हें मण्डी शुल्क के स्थान पर, राज्य सरकार द्वारा तय किया गया सेवा शुल्क (यूजर चार्ज) ही देना होगा। pic.twitter.com/yTnJFEU1sO
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भिण्डी, परवल, कच्चा कटहल, करेला, किन्नू, खरबूज, शकरकन्द, चीकू, लीची, आम, सेब, हरी मटर, केला, अनार, पत्ता गोभी-फूल गोभी, मौसम्बी, अंगूर, पपीता, तरबूज, संतरा, बैगन, पका कटहल, चकोतरा, लोकाट, खुबानी, ब्रोकली, सिंघाड़ा, ग्रेप फ्रूट, खीरा, कद्दू, लौकी, गाजर, अरवी, अमरूद, मूली, पेठे वाला कद्दू, आँवला, कुन्दरू, नाशपाती, जिमीकन्द, टिण्डा, बेर, माल्टा, आड़ू, हरी लोबिया।
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