डेयरी टुडे डेस्क,
गुरुग्राम, 19 सितंबर 2017,
प्रद्युम्न मर्डर केस में हरियाणा-पंजाब हाई कोर्ट पहुंचे पिंटो फैमली की अग्रिम जमानत याचिका पर सुनवाई के लिए जज एबी चौधरी ने इंकार कर दिया है. उनका कहना है कि वह पिंटो फैमली के जानने वाले हैं. ऐसे में वो इस मामले की सुनवाई नहीं करना चाहते है. अब इस याचिका पर सुनवाई बुधवार को होगी. वहीं, प्रद्युम्न के परिवार ने कई सवाल खड़े किए हैं.
प्रद्युम्न के परिवार के वकील सुशील टेकरीवाल ने सवाल उठाते हुए कहा कि आखिरकार सीबीआई इस केस को अपने हाथ में क्यों नहीं ले रही है? सीबीआई को जांच से कौन रोक रहा है? पिंटों फैमली की जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान सीबीआई के वकील क्यों नहीं थे? ऐसा तो नहीं कि पिंटो फैमली को बचाने के लिए सरकार देरी कर रही है.
मृतक के पिता वरुण ठाकुर ने तो सरकार की मंशा पर ही सवाल खड़े कर दिए हैं. उनका कहना है कि जब मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शुक्रवार को घर आए थे, तो उन्होंने साफ-साफ कहा था कि इस केस की जांच सीबीआई से कराने के लिए सिफारिश करेंगे. उनके कहने के बाद 4 दिन बीत गए हैं, लेकिन इस मामले में अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है.
उन्होंने कहा कि रेयान स्कूल नहीं खोलने के लिए पत्र लिखा गया था, क्योंकि इससे सबूत प्रभावित हो सकता है. इसके बावजूद प्रशासन ने स्कूल खोलने की अनुमति दे दी. हालांकि, सोमवार को स्कूल को 24 सितंबर तक बंद कर दिया गया. उधर, हरियाणा के गृह सचिव एसएस प्रसाद ने प्रद्युम्न मर्डर केस की जांच के लिए सीबीआई को पत्र लिखा है.
इन वजहों से बढ़ी रेयान की मुश्किलें
– हरियाणा सरकार द्वारा गठित तीन सदस्यीय टीम ने अपनी जांच में रेयान स्कूल में भयंकर कमियां पाई.
– जांच रिपोर्ट के मुताबिक, रेयान इंटरनेशनल स्कूल के सीसीटीवी कैमरे खराब पाए गए.
– ड्राइवर और कंडक्टर छात्रों के टॉयलेट का ही इस्तेमाल किया करते थे.
– स्कूल की बाउंड्री वॉल टूटी हुई थी, जिससे स्कूल के अंदर आना जाना बेहद आसान था.
– स्कूल में काम करने वाले कर्मचारियों का किसी भी तरह का कोई पुलिस वैरिफेकेशन नहीं हुआ था.
– बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने भी टीम भेजकर स्कूल में जांच कराई, जिसमें कई गड़बड़ियां सामने आई.
जानिए, क्या है पूरा मामला
बताते चलें कि रेयान इंटरनेशनल स्कूल में दूसरी क्लास में पढ़ने वाले 7 साल के छात्र प्रद्युम्न ठाकुर के साथ कुकर्म की कोशिश के बाद उसकी गला रेतकर बेरहमी से हत्या कर दी गई थी. इस मामले में बस कंडक्टर अशोक समेत तीन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोपी अशोक कुमार ने पहले अपना जुर्म कबूल किया, लेकिन अब इससे इंकार कर रहा है.
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