डेयरी टुडे नेटवर्क
चंडीगढ़, 11 अगस्त 2017,
हरियाणा की गोशालाओं में लाखों रुपये के चंदे में घोटाले के आरोपी हरियाणा गोसेवा आयोग के सदस्य योगेंद्र आर्य की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन्हें न केवल गोसेवा आयोग व जीव-जंतु कल्याण बोर्ड से बर्खास्त कर दिया गया है। राज्य के पशुपालन विभाग ने उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश भी कर दी है।
योगेश आर्य पर आरोप है कि उन्होंने गोशालाओं के लिए सरकार से मिली ग्रांट में करीब 12 लाख रुपये का गोलमाल किया। इस काम को अंजाम देने के लिए उन्होंने फर्जी गोशाला संघ बनाया। उल्लेखनीय है कि हरियाणा प्रदेश में 225 गोशालाएं हैं। हेराफेरी की जानकारी सीएम विंडो पर आई एक शिकायत में मिली। इस बारे में एक शिकायत हरियाणा राज्य गोशाला संघ के प्रदेश अध्यक्ष शमशेर आर्य ने पिछले साल अक्टूबर में सीएम विंडो पर की थी। शिकायत की पड़ताल का जिम्मा पशुपालन विभाग को भेजा गया। शिकायत में दिए गए आरोप पड़ताल के दौरान सही पाए गए और सरकार को भेजी गई रिपोर्ट में आर्य के खिलाफ कानूनी कार्रवाई की सिफारिश भी की गई।
जैसे ही इस बात की जानकारी गोशाला संघ को मिली तो उन्होंने हिसार दौरे पर गए मुख्यमंत्री मनोहरलाल के सामने सारी बात रखी। सूत्रों के मुताबिक, मुख्यमंत्री ने तुरंत आर्य को आयोग से चलता करने का फरमान आयोग के अध्यक्ष भानीराम मंगला को दे दिया। इधर, हरियाणा राज्य गोशाला संघ के अध्यक्ष शमशेर आर्य ने सरकार के कदम को वाजिब करार देते हुए कहा कि गोशालाओं के चंदे का दुरुपयोग शर्मनाक है। अब उनसे हेराफेरी कर हड़पे गए पैसे की वसूली करने के कदम उठाए जाने चाहिए।
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