डेयरी टुडे नेटवर्क,
जम्मू, 20 अक्टूबर 2021,
केंद्र शासित प्रदेश जम्मू कश्मीर जैसे बड़े प्रदेश में डेयरी कारोबार के बढ़ने फूलने की अच्छी संभावनाएं हैं। एक तो यहां पर श्रद्धालु बड़ी संख्या में आते हैं और वहीं स्थानीय लोगों की भी जरूरत है। जम्मू कश्मीर प्रति दिन 70 लाख लीटर दूध उत्पादित करता है, लेकिन उसके बाद भी बड़ी मात्रा में दूध बाहरी राज्यों से आज भी मंगवाना पड़ रहा है। ऐसे में डेयरी फार्म खोलना फायदे का सौदा है क्योंकि यहां पर दूध की अच्छी खपत है। अब तो सरकार डेयरी फार्म खोलने के लिए भरपूर सहयोग भी कर रही है। कोई भी किसान, युवा डेयरी उद्योग से अपना कारोबार शुरू कर सकता है और अच्छी आमदनी बना सकता है। डेयरी फार्म खोलने के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं शुरू की हुई हैं।
अगर आप डेयरी फार्म खोलना चाहते हैं तो जम्मू-कश्मीर में आपके लिए इन दिनों सुनहरी योजना चल रही है। इंटीग्रेटिड डेयरी डेवलपमेंट नाम की यह स्कीम आपकी राह आसान बनाएगी। दैनिक जागरण की खबर के मुताबिक इस योजना के तहत आप 5 से 50 मवेशी से डेयरी स्थापित कर सकते हैं। छोटे से छोटा यूनिट पांच गायें का होगा। इससे बड़ी डेयरी पर जाना है तो पांच पांच गाए जोड़ते जाएं और आप इसे पचास गाएं तक ले जा सकते हैं। लेकिन शर्त यह है कि आपको गाए बाहरी राज्यों से लानी होगी। इसके पीछे तर्क यह है कि बाहर से गायें यहां आएंगी तभी तो जम्मू-कश्मीर में पशुधन और दूध का उत्पादन बढ़ सकेगा।
अगर आप पांच गायें का यूनिट ही लगाने जा रहे हैं, तो तकरीबन 3.5 लाख रुपये का खर्च गायें खरीदने में लग जाएगा। क्योंकि बेहतर दूध देने वाली अच्छी नस्ल की गाय पंजाब में 70 हजार रुपये में मिल जाएगी। आपको 3.5 लाख रुपये का बंदोबस्त करना होगा, लेकिन राहत की बात यह है कि योजना के तहत सरकार आपको 50 प्रतिशत की सब्सिडी उपलब्ध कराएगी। यानि की पांच गायें के यूनिट पर सरकार की ओर से 1.75 लाख रुपये की सब्सिडी मिल जाएगी।
अगर कोई डेयरी के काम में नया है, तो माल मवेशी रखने के लिए उचित जगह व वहां पर शेड आदि भी तो होना चाहिए। मवेशी घर पहले से ही है तो बेहतर होगा। 5 मवेशी के नए डेयरी फार्म के लिए शेड बनाने में तकरीबन एक लाख रुपये खर्च आ जाता है जोकि डेयरी मालिक को वहन करना होगा। इसमें सरकार सहायता नही करेगी। अगर मवेशी घर पहले से ही बनाया हुआ है तो शेड बनाने का खर्च बच जाएगा। अगर पैसा कम है तो घासफूस का कुल्ला भी बनाया जा सकता है।
अगर आपको इंटीग्रेटिड डेयरी डेवलपमेंट स्कीम के तहत अपनी डेयरी स्थापित करनी है तो आपको अपने जिले के चीफ एनिमल हसबेंडरी आफिसर से संपर्क करना होगा। आवेदन करने के लिए आपके पास आधार कार्ड, बैंक की कापी, राशन कार्ड की कापी साथ होनी चाहिए। आवेदन करने के बाद कागज पत्रों की जांच पड़ताल होती है और उसके बाद सब सही रहा तो आपका नाम योजना की सूची में शामिल हो जाएगा। डेयरी स्थापित करने के लिए जैसे ही आपका नंबर आएगा, आपको पत्र जारी हो जाएगा। अब आप पंजाब जाकर वहां से डेयरी के लिए मवेशी ला सकते हैं।
(साभार- दैनिक जागरण)
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