भारत, चीन और भूटान के ट्राई जंक्शन पर मौजूद डोकलाम इलाके में पिछले तीन हफ्ते से जारी तनातनी संभवत: और खिंच सकती है। मिली जानकारी के अनुसार भारतीय सेना ने इलाके में तंबू गाड़कर साफ कर दिया है कि वह चीन के दबाव में पीछे हटने वाली नहीं है। विवादित इलाके डोकलाम में मौजूद भारतीय सेना को लगातार आपूर्ति की जा रही है। हालांकि चीन पूरी आक्रामकता के साथ इस बात पर जोर दे रहा है कि वह किसी भी ‘समझौते’ के लिए तैयार नहीं है और ‘गेंद भारत के पाले’ में है।
चीन की ओर से इलाके में सड़क निर्माण के बाद शुरू हुए तनाव के बाद एक तरफ सामरिक हल तलाशने की कोशिशें हो रही हैं, वहीं दूसरी तरफ सिक्किम सेक्टर में करीब 10,000 फुट की उंचाई पर स्थित क्षेत्र में दोनों सेना आमने-सामने डटी हैं।
क्या है डोकलाम विवाद
डोकलाम पठार भारत और चीन सीमा के पास है। इसका कुछ हिस्सा भूटान में भी पड़ता है। भारतीय सेना चीन के द्वारा इस इलाके में सड़क निर्माण के काम का विरोध कर रही है। भूटान को भी चीन की यह हरकत मंजूर नहीं। भूटान में यह पठार डोक ला कहलाता है, जबकि चीन में डोकलांग।अगर चीन ने यहां सड़क बनाई तो उसके लिए भारत के लिए सामरिक तौर पर महत्वपूर्ण कॉरिडोर ‘चिकेन नेक’ के जरिए पूर्वोत्तर में आसानी से प्रवेश कर सकता है।
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