डेयरी टुडे नेटवर्क,
झज्जर (हरियाणा), 30 अक्टूर 2017,
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने किसानों की आय में वृद्धि करना सरकार का प्राथमिक लक्ष्य बताया है। उन्होंने कहा कि इस दिशा में प्रदेश सरकार द्वारा विभिन्न योजनाएं क्रियांवित की गई है। किसानों की आय में वृद्धि के लिए पशुपालन एक प्रमुख सहायक कृषि कार्य हो सकता है।
झज्जर में पुलिस लाइन मैदान में आयोजित तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी-2017 के समापन एवं पुरस्कार वितरण समारोह में पशुपालकों को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कृषकों की आय में वृद्धि के लिए परंपरागत कृषि कार्यों के साथ-साथ समानांतर रूप से सहायक कृषि कार्यों-पशुपालन, मधुमक्खी पालन, मुर्गी पालन, खुंबी उत्पादन, सब्जी उत्पादन व फलोत्पादन आदि को अपनाने का आह्वान किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हरियाणा प्रदेश में वार्षिक दुग्ध उत्पादन 89.75 लाख टन होता है तथा 835 ग्राम प्रति व्यक्ति दुग्ध उपलब्धता के साथ हरियाणा राज्य देश में द्वितीय स्थान पर है। मुख्यमंत्री ने दुग्ध उत्पादन में हरियाणा की इस उपलब्धि का श्रेय किसानों को दिया। मुख्यमंत्री ने हरियाणा की अत्याधिक दुग्ध क्षमता की मुर्राह नस्ल भैंस व देसी नस्लों की गायों की उपयोगिता का जिक्र करते हुए कहा कि दिल्ली क्षेत्र में दुग्ध उत्पादों की अत्याधिक खपत होने की परिस्थिति के दृष्टिगत हरियाणा में दुग्ध उत्पादन व्यवसाय के विकास की प्रबल संभावनाएं है। हरियाणा प्रदेश की पशुधन बीमा योजना पूरे देश में एक उदाहरण है। इस योजना से पशुपालकों को प्रोत्साहन मिल रहा है। समानांतर रूप से दुधारू पशुओं की नस्ल सुधारने का कार्य भी सतत रूप से जारी है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि विभिन्न पुरस्कार योजनाओं के अंतर्गत चालू वित्तीय वर्ष के दौरान पशुपालकों को नौ करोड़ रुपये के पुरस्कार प्रदान किए जा रहे हैं। स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी-2017 के समापन व पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्यमंत्री ने प्रदर्शनी के विभिन्न चैंपियनशिप के सात विजेताओं सहित कुल 157 पशुपालकों को पुरस्कृत किया।
कृषि मंत्री ओमप्रकाश धनखड़ ने कहा कि हरियाणा सरकार कृषि क्षेत्र को समृद्ध बनाने के लिए लगातार प्रयासरत है। झज्जर में आयोजित की गई स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी 2017 में लगभग एक हजार करोड़ रुपये मूल्य के पशुधन का प्रदर्शन किया गया। प्रदर्शित किए गए उत्तम नस्ल के पशुधन की देश भर में चर्चा रही। उन्होंने कहा कि उत्तम नस्ल के पशुधन को प्रोत्साहित करने के लिए भविष्य में ओर अधिक विस्तृत रूप से प्रदर्शनियां आयोजित की जाएंगी। उल्लेखनीय है कि स्वयं मुख्यमंत्री ने झज्जर में आयोजित इस प्रदर्शनी को अंतरराष्ट्रीय स्तर का आयोजन बताया।
समारोह में हरियाणा पशुधन विकास बोर्ड के चेयरमैन ऋषि प्रकाश शर्मा, लाला लाजपत राय पशु विज्ञान विश्वविद्यालय, हिसार के कुलपति डॉ. गुरुदयाल सिंह, पशुपालन एवं डेयरी विभाग हरियाणा के अतिरिक्त मुख्य सचिव पीके महापात्रा व विशेष सचिव रेणू फूलिया, दिव्यांग जन आयोग के आयुक्त दिनेश शास्त्री, पशुपालन एवं डेयरी विभाग के महानिदेशक डॉ. गजेंद्र जाखड़, भाजपा जिला अध्यक्ष बिजेंद्र दलाल व डॉ. धमेंद्र बबलू सहित अन्य उपस्थित रहे।
तीन दिवसीय स्वर्ण जयंती राज्य पशुधन प्रदर्शनी-2017 में तीसरे दिन के विजेता चरखी दादरी जिला के गांव रामलवास के आजाद सिंह रहे। मुख्यमंत्री ने लक्की ड्रा में पर्ची निकाली जिसमें आजाद सिंह भाग्यशाली साबित हुए। मुख्यमंत्री ने आजाद सिंह को स्वचालित दूध निकालने की मशीन आजाद सिंह को पुरस्कार स्वरूप प्रदान किए।
1158total visits.