केन्द्र सरकार कीरतपुर में करेगी भैंस-गायों की विलुप्त प्रजातियों का संरक्षण

इटारसी(मध्य प्रदेश), 15 जुलाई,

300 एकड़ पर शेड निर्माण कर कृत्रिम गर्भाधान के जरिए होगा गौवंश का ब्रीड डेवलपमेंट
आंधप्रदेश और मप्र के लिए मंजूर हुए कामधेनु प्रोजेक्ट
जिले से छिना प्रोजेक्ट वापस आया गोद में

मप्र के नक्शे में होशंगाबाद जिले का कीरतपुर पशु संवर्धन का मॉडल प्रोजेक्ट बनकर उभरने वाला है। केन्द्र सरकार ने आंधप्रदेश और मप्र को एक साथ कामधेनु प्रोजेक्ट की सौगात दी है। मप्र में कीरतपुर को इसके लिए चुना गया है। प्रोजेक्ट में प्रदेश से विलुप्त हो रही भैंस-गाय की उन्नत नस्लों का संवर्धन कर नया पशुधन तैयार किया जाएगा। प्रोजेक्ट के लिए पशुधन विभाग को आवंटित करीब 300 एकड़ जमीन पर शेड निर्माण कर यहां कृत्रिम गर्भाधान के जरिए ब्रीड डेवलपमेंट किया जाएगा। इसे पशु संवर्धन की दिशा में जिले के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। विस अध्यक्ष डॉ. सीताशरण शर्मा ने इस प्रोजेक्ट को लाने में अहम रोल निभाया।

दिल्ली की टीम ने किया दौरा

पिछले दिनों इस सिलसिले में केन्द्र सरकार की आईसीआर एंड आईवीआरआई की टीम ने कीरतपुर का दौरा कर इस जगह को उपयुक्त माना था, यहां का प्राकृतिक वातावरण, चारागाह, पेयजल उपलब्धता समेत अनुकूल परिवेश होने से अफसरों ने इस जगह को फाइनल कर दिया। जल्द ही इसके लिए बजट मंजूर होगा जिससे यहां पशुशेड एवं अन्य निर्माण कार्य शुरू कराए जाएंगे।

हाथ से जा चुका है प्रोजेक्ट

गौरतलब है कि इससे पहले भी केन्द्र ने यह प्रोजेक्ट यहां के लिए मंजूर किया था, लेकिन अचानक इसकी जगह बदलकर इसे आगर मालवा भेज दिया गया, दूसरे दौर में कामधेनु प्रोजेक्ट यहां मंजूर हुआ है। प्रोजेक्ट वापस आने से उन्नत नस्लों को तैयार कर राज्य के दूसरों जिलों में भी भेजा जाएगा, रियायती दरों पर अच्छी नस्ल के मवेशी किसानों को मिलेंगे साथ ही अधिकतम दुग्ध उत्पादन की आधुनिक तकनीक का फायदा भी होगा।

इन नस्लों का होगा संवर्धन

केन्द्र में गायों की मालवी, निमाड़ी, गिर, साहिलवाल, थापरकर भैंसों की मुर्रा, नीली रावी, जाफराबादी, नागपुरी, भदावरी समेत 24 नस्लों का संवर्धन होगा।

प्रोजेक्ट मंजूर हुआ

केन्द्र सरकार ने कीरतपुर में कामधेनु प्रोजेक्ट को हरी झंडी दी है, जल्द ही राशि मंजूर होकर काम शुरू कराया जाएगा। यहां प्रदेश की विलुप्त भैंस एवं गायों की ब्रीड्स का संवर्धन और संरक्षण कर दुग्ध पालकों को मवेशी दिए जाएंगे।- एके श्रीवास्तव, प्रबंधक पशु प्रजनन क्षेत्र कीरतपुर।

फायदा होगा

कीरतपुर में तेजी से पशुधन विकास की योजनाएं आ रही हैं। पशु आहार संयंत्र के बाद जल्द ही यहां कामधेनु प्रोजेक्ट का काम शुरू होगा। जल्द ही इसे पूरा कराया जाएगा। आवारा मवेशियों के संरक्षण हेतु भी पशुपालन विभाग के अधिकारियों से चर्चा की जाएगी। कामधेनु प्रोजेक्ट से जिले के किसानों को शासन दुधारू नस्ल के मवेशी देगा जिससे किसानों को आय का अतिरिक्त जरिया मिलेगा। डॉ. सीतासरन शर्मा, विस अध्यक्ष

साभार-नई दुनिया

Editor

Recent Posts

डेयरी स्टार्टअप Doodhvale फार्म्स ने निवेशकों से जुटाए 25 करोड़ रुपये, कारोबार बढ़ाने में होगा इस्तेमाल

डेयरी टुडे नेटवर्क, नई दिल्ली, 22 नवंबर 2024, डेयरी स्टार्टअप दूधवाले फार्म्स ने कारोबार बढ़ाने…

3 weeks ago

दिल्ली-एनसीआर में लॉन्च हुआ Nandini Milk, मदर डेयरी और अमूल को मिलेगी टक्कर

नवीन अग्रवाल, डेयरी टुडे नेटवर्क, नई दिल्ली, 21 नवंबर 2024, दिल्ली-एनसीआर के बाजार में कर्नाटक…

3 weeks ago

दिल्ली में AMUL और Mother Dairy के सामने चुनौती खड़ी करेगी कर्नाटक की नंदिनी डेयरी

नवीन अग्रवाल, डेयरी टुडे नेटवर्क, नई दिल्ली, 20 नवंबर 2024, कर्नाटक का नंदिनी मिल्क ब्रांड…

3 weeks ago

पंजाब सरकार डेयरी फार्मिंग को बढ़ावा देने के लिए जल्द लेकर आएगी नई परियोजना

डेयरी टुडे नेटवर्क, चंडीगढ़, 19 नवंबर 2024 पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान राज्य में डेयरी…

3 weeks ago