डेयरी उद्योग में BMC का महत्त्व, गांवों में कैसे लोग कमा रहे हैं लाखों रुपये, जानिए आप कैसे करें शुरुआत

डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली, 16 मार्च 2021,

ग्रामीण इलाकों में कम निवेश में अच्छा मुनाफा कमाने के लिए डेयरी बिजनेस सबसे अच्छा है। क्या आपको पता है कि डेयरी उद्योग में बीएमसी की भूमिका बेहद अहम होती है और ग्रामीण अंचलों में मेहनत करने वाले युवाओं के लिए बीएमसी स्थापित कर दूध के बिजनेस में उतरना काफी लाभदायक हो सकता है। हां बीएमसी लगाकर आप हर महीने लाखों रुपये की कमाई कर सकते हैं। इसके लिए बस आपको इस खबर को ध्यान से पढ़ना होगा।

डेयरी और पशुपालने के व्यवसाय से जुड़े बहुत से लोग शायद बीएमसी के बारे में नहीं जानते होंगे। हम आपको बताएंगे कि आखिर ये बीएमसी क्या है, इससे क्या काम होता है और आपको किस तरह से कमाई होती है। ऐसे में जानते हैं डेयरी बीएमसी से जुड़ी हर एक बात ताकि अगर आप चाहें तो ये बिजनेस शुरू कर सकें।

जानिए क्या होता है बीएमसी?

BMC की फुल फॉर्म बल्क मिल्क कूलर है और इसका एक छोटा सा प्लांट लगाया जाता है। दरअसल, एक ऐसा सेंटर होता है, जहां किसी ग्रामीण इलाके में एक प्लांट लगाया जाता है और पशुपालक यहां दूध देकर जाते हैं। इस प्लांट में मशीनों के जरिए दूध को ठंडा रखा जाता है और दूध को खराब होने से बचाया जाता है। ग्रामीण इलाकों में स्थित केंद्रों में एकत्र किए गए दूध को बाद में शहरों में या जहां ज्यादा खपत है या फिर डेयरी प्लांट में बेचा जाता है। ऐसे में आप भी ये प्लांट लगा सकते हैं, इसके बाद आपको गांव वालों से दूध खरीदना होगा और फिर उसे डेयरी कंपनियों में या फिर शहरों में बेचना होगा। यही बीएमसी का सबसे महत्वपूर्ण कार्य होता है।

कैसे कर सकते हैं शुरुआत?

आप किसी भी डेयरी कंपनी के साथ इसकी शुरुआत कर सकते हैं, जिसमें 50 पर्सेंट निवेश डेयरी की ओर से दिया जाता है। एक बीएमसी में करीब 2000 लीटर दूध का कलेक्शन होता है। इसके अलावा आप इसे बाहर भी बेच सकते हैं। इसके लिए एक मशीन लगानी होती है, जिसे बीएमसी कहते हैं। इस मशीन में दूध सुरक्षित रखा जाता है।

इसके अलावा एक कांटा और फैट मापने वाले मशीन लगानी होती है। एक सिस्टम तैयार किया जाता है, जिसमें किसान का डेटा जोड़ दिया जाता है और उसके बाद उनका डेटा अपडेट होता रहता है और उसमें पता चलता है कि किस दिन किसान ने कितना दूध दिया और उसमें फैट कितना था और किस रेट के आधार पर उन्हें पैसे दिए गए।

बीएमसी मशीन कैसे काम करती है?

बीएमसी मशीन में 4 डिग्री तापमान तक दूध ठंडा होता है, इससे दूध खराब नहीं होता है। कहा जाता है कि इस मशीन में एक बार दूध ठंडा करने पर बाहर निकालने के बाद भी कई घंटों तक दूध खराब नहीं होता है। इसमें 4 डिग्री पर दूध रहता है और मशीन ऑटोमैटिक होती है, जो अपने जरूरत के हिसाब से खुद ही ट्रेंपरेचर सेट करती रहती है। इस मशीन से सफाई हो जाती है, इससे कैन आदि भी धो लेते हैं।

कितना करना होगा निवेश?

इस प्लांट के लिए आपको एक जगह की आवश्यकता होती है। इसके अलाना एक कांटा, कम्प्यूटर, फैट मापने वाली मशीन आदि लगानी होती है। इसका पूरा खर्चा ज्यादा से ज्यादा एक लाख रुपये होता है, जिस पर आपको आसानी से लोन मिल जाता है। वहीं, अगर किसी डेयरी के साथ ये काम शुरू करते हैं तो डेयरी कंपनी भी आपकी मदद करती है।

इसके अलावा बीएमसी मशीन लानी होती है, जो नाबार्ड की मदद से लगवाई जा सकती है। नेशनल डेयरी डवलपमेंट बोर्ड मशीन लगवाने में मदद करता है और आप इसे वहां से अलॉट करके भी लगवा सकते हैं। साथ ही इसके लिए आपको दो हेल्पर की आवश्यकता भी होगी।

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4 thoughts on “डेयरी उद्योग में BMC का महत्त्व, गांवों में कैसे लोग कमा रहे हैं लाखों रुपये, जानिए आप कैसे करें शुरुआत”

  1. गोपाल सेठ आमला रोड जिला राजगढ़ तहसील पचोर says:

    हमें भी बीएमसी लगवानी है कांटेक्ट नंबर 9754 0899 18

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