डेयरी टुडे नेटवर्क,
भिवानी, 5 जनवरी 2018,
हरियाणा सरकार ने विश्व महिला युवा बॉक्सिंग चैंपियनशिप में जीत कर लौटी खिलाड़ियों को इनाम में गाय देने की घोषणा की थी। चैंपियनशिप में पदक जीतने पर कृषि मंत्री अोमप्रकाश धनखड़ ने 6 महिला बॉक्सर को देसी गाय दी थीं। जिनमें से 3 महिला मुक्केबाजों ने गाय वापिस कर दी हैं। उनका कहना है कि गाय मारती है अौर दूध भी नहीं देती हैं जिसके कारण उन्होंने गायों को लौटा दिया है।
19 से 26 नवंबर तक गुवाहाटी में वर्ल्ड यूथ वूमेन बॉक्सिंग चैंपियनशिप हुई थी। इस चैंपियनशिप में भिवानी के धनाना की नीतू ने 48 किलोग्राम व साक्षी ने 54 किलोग्राम, रोहतक के रूड़की की ज्योति गुलिया ने 51 किलोग्राम और हिसार की शशि चोपड़ा ने 57 किलोग्राम वर्ग में स्वर्ण पदक हासिल किया था। वहीं पलवल की अनुपमा ने 81 किलोग्राम और कैथल की नेहा यादव ने 81 से अधिक किलोग्राम वर्ग में कांस्य पदक जीता था। हरियाणा के कृषि मंत्री ने इन्हें सम्मानित किया और मेडल के साथ गाय दी थी।
कुछ दिन बाद ही तीन बॉक्सर नीतू, ज्योति गुलिया और शशि चोपड़ा ने इन गायों को लौटा दिया। नीतू के परिवार वालों का कहना है कि गाय ने दूध नहीं दिया। वह सींग भी मारती थी, इसलिए मजबूरी में उसे वापिस लौटना पड़ा। बॉक्सर ज्योति गुलिया के परिवार का कहना है कि गाय तो आई थी लेकिन दूध नहीं दिया तो वापिस करनी पड़ी। वहीं कृषि मंत्री लड़कियों को अपनी पसंद की गाय लेने की बात कह रहे हैं। उनका कहना है कि उन्होंने जो घोषणा की थी वह पूरी की लेकिन कई बार गाय एक जगह से दूसरी जगह जाने के बाद उस वातावरण में खुद को ढाल नहीं पाती। इस वजह से दूध नहीं दिया होगा।
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