डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली, 7 अक्टूबर 2017,
मॉनसून का सीजन खत्म हो गया है। जून से सितंबर तक अच्छी बारिश का अनुमान था। लेकिन वास्तव में बारिश इस साल 6 फीसदी कम हुई है। उत्तर प्रदेश, मध्यप्रदेश, पंजाब और हरियाणा में तो सबसे कम बारिश हुई है। लेकिन इसके बावजूद इसी महीने से गेहूं, सरसों और चने जैसी रबी फसलों की बुआई शुरू हो जाएगी। लेकिन क्या कम बारिश से बढ़ेगी पैदावार, इस सवाल के साथ ही इस साल भी सरकार एमएसपी बढ़ाने पर विचार कर रही है।
कृषि लागत और मूल्य आयोग ने सरकार को एमएसपी बढ़ाने का सुझाव दिया है कि सरकार गेहूं का एमएसपी 100 रुपये और सरसों का 250 रुपये बढ़ाना का सुझाव है। वहीं चने का समर्थन मूल्य 375 रुपये बढ़ाने का सुझाव सरकार को दिया गया है। इन सुझावों पर कृषि मंत्रालय ने राज्यों से राय मांगी है।
कमोडिटी बाजार की चाल को देखा जाएं तो गेहूं का भाव पिछले साल से करीब 5 फीसदी बढ़ा है जबकि पिछले साल से करीब 33 फीसदी चने की कीमतों में गिरावट देखने को मिल रही है। वहीं सरसों का भाव पिछले साल से करीब 26 फीसदी लुढ़क गए है। दरअसल, पैदावार बढ़ने से चना और सरसों के कीमतों में गिरावट देखने को मिली है। नोटबंदी के बाद से कमोडिटी का दाम जमीन पर है।
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