डेयरी टुडे नेटवर्क,
वाराणसी/बरेली, 22 सितम्बर, 2017,
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोद आज से दो दिवसीय वाराणसी के दौरे पर हैं, प्रधानमंत्री के सामने जानवरों की लाइव सर्जरी करने के लिए आईवीआरआई की 11 सदस्यीय फील्ड सर्जरी साजो सामान के साथ बनारस पहुंच गई है। इस टीम में 9 वैज्ञानिक और दो एक्सपर्ट कर्मचारी हैं। यह टीम प्रधानमंत्री के सामने तीन तरह की सर्जरी का लाइव प्रदर्शन करेगी। मालूम हो कि बनारस की दो दिवसीय यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री 23 सितंबर को पशु मेले का उद्धाटन करते हुए लाइव सर्जरी देखेंगे। आईवीआरआई के निदेशक डा. आरके सिंह ने बताया कि उनके पास प्रधानमंत्री और उनकी टीम को जानवरों की लाइव सर्जरी का प्रदर्शन करने के लिए एक फील्ड सर्जरी टीम भेजने के लिए कहा गया था।
पीएमओ के इस अनुरोध के बारे में बुधवार को उनको सूचित किया गया। हालांकि इतने महत्वपूर्ण काम के लिए काफी कम समय था पर युद्ध स्तर पर तैयारियां की गई और बुधवार शाम सड़क के माध्यम से कुछ उपकरणों के साथ नौ सदस्य अग्रिम दल को भेज दिया गया। बचे हुए उपकरण और विशेषज्ञ गुरुवार की शाम को बनारस के लिए रवाना हो गए। आईवीआरआई की सर्जरी बनारस के शहंशाहपुर में स्टाल स्थापित करेगी जहां प्रधान मंत्री शनिवार को पशु मेले का उद्घाटन करेंगे।
आईवीआरआई निदेशक डा. राजकुमार सिंह ने बताया कि पीएम के सामने तीन तरह की सर्जरी, नैदानिक तकनीक, उपकरण और पशुरोगों की एक सूची प्रदर्शित की जाएगी। इसमें झनका बीमारी, जिसमें जानवर के पैर का एक लिगामेंट बढ़ जाता है और वह घिसट कर चलता है। इस बीमारी से ग्रस्त जानवर की लिगामेंट सर्जरी की जाएगी। इसके अलावा बकरी के गुर्दे की पथरी को सर्जरी कर निकालने तथा रुमने सर्जरी (गाय, भैंस सहित जुगाली करने वाले जानवरों के पेट की सर्जरी) का लाइव प्रदर्शन किया जाएगा।
20 हजार से ज्यादा जानवर पशु मेले में पहुंचेंगे
आईवीआरआई और पशुपालन विभाग पशुचिकित्सा तकनीक को लेकर एक संयुक्त स्टाल लगाएगा। इस मेले में गाय, भैंस, घोड़ें, बकरियों, भेड़ और ऊंट सहित 20,000 से ज्यादा जानवरों के पहुंचने की उम्मीद है। ऐसे में उनका निशुल्क् टीकाकरण भी होगा। इसके लिए 40 सदस्यीय टीम के राज्य पशुपालन विभाग ने तैनात किया है। उत्तर प्रदेश एनिमल हसबेंड्री के निदेशक रोग नियंत्रण एएन सिंह ने कहा कि यह टीम पशुओं में बीमारियों को रोकने के लिए पशुओं और उनसे जुड़ी तकनीक का भी प्रदर्शन करेगी।
गुजरात मॉडल की तर्ज पर उत्तर प्रदेश के हर जिले में भी पशु चिकित्सा कैंप लगेगा। दरअसल, गुजरात के मुख्यमंत्री रहने के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने 2002 में ऐसे कैंप शुरू कराए थे, जो हर जिले में एक महीने के दौरान लगाए जाते थे। अब प्रदेश पशुपालन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बनारस के इस मेले में आयोजन के बाद अब प्रदेश के हर जिले में पशु निदान और उपचार शिविर लगाने के रास्ते खुले हैं।(साभार-हिंदुस्तान)
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Haryana me every mele ka bi ayojan Hona cahiye