बीकानेर(राजस्थान), 10 अगस्त 2017
बीकानेर के नाल क्षेत्र में पुलिस ने नकली देसी घी बनाने की फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया है। पुलिस ने छापा मारकर सैकड़ों लीटर नकली देसी घी, घी बनाने के उपकरण, नामी कंपनियों के रैपर बरामद किए हैं। पुलिस ने मौके 6 लोगों को हिरासत में भी लिया है। पुलिस ने मौके से नकली घी बनाने के काम में आने वाली सामग्री एसेंस की एक बोतल बरामद की है। इस एसेंस से दो ट्रक नकली घी बनाया जा सकता है। एक टिन घी में एसेंस की दो बूंद डाली जाती थी। मौके से पैकिंग मशीनें, पाम ऑयल, वनस्पति घी, टिन, डिब्बे, थैलियां, हॉलमार्क, कलर, पैकिंग आदि का सामान बरामद हुआ है।
इस नकली घी को बड़ी मात्रा में राज्य के अन्य जिलों में सप्लाई किया जाता था। नकली घी की पैकिंग पर हॉलमार्क भी लगाया जाता था। इस फैक्ट्री में करीब चार हजार लीटर नकली घी टीन, डिब्बों और थैलियों में भरकर श्रीगंगानगर, हनुमानगढ़, जैसलमेर, बाड़मेर, जालौर, जोधपुर सहित अन्य जिलों में सप्लाई किया जाता था। नकली घी के कारोबारी इस घी को ज्योति, उत्सव, अनुज, गौरव, अर्पण, वैभव आदि नामों से बेचते थे। पुलिस ने मौके पर सीएमएचओ और उनकी टीम को बुलाया जिन्होंने सैंपल लिए। इन जिलों की पुलिस को भी सूचना दे दी गई है। नाल, बीछवाल और गंगाशहर पुलिस थानों में अलग-अलग मुकदमे दर्ज किए गए हैं।
एसपी सवाई सिंह गोदारा ने बताया कि मंगलवार सुबह बीछवाल थाना पुलिस ने पिकअप गाड़ी रोककर उसकी तलाशी ली तो उसमें नकली घी के 100 टिन और अलग-अलग साइज के डिब्बों से भरे 40 कार्टून बरामद हुए। गाड़ी चालक से पूछताछ की गई तो पता चला कि नाल एरिया में हाइवे पर टोल नाके के पास हाइटेक फैक्ट्री है,जहां बड़े पैमाने पर नकली घी बनाने का कारोबार किया जा रहा है।
नाल और बीछवाल थाना पुलिस ने वहां छापा मारा तो हाईटेक तरीके से नकली देसी घी बनाया जा रहा था। वैभव रीपैकर नाम की इस फैक्ट्री को देशनोक निवासी अशोक उपाध्याय चला रहा था, जो वर्तमान में गंगाशहर में रहता है। फैक्ट्री में काम कर रहे छह लोगों को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ में सामने आया है कि फैक्ट्री में दो साल से नकली घी बनाया जा रहा है।
नकली देशी घी का कारोबार करने वालों ने फैक्ट्री को हाईटेक बना रखा है। फैक्ट्री में स्टीम प्लांट लगा रखा है। दो बॉयलर लगे हैं। सारा काम हाइटेक तरीके से होता है जिसके लिए आधुनिक मशीनें लगा रखी हैं। एसेंस, डालडा घी, पाम ऑयल, कलर व अन्य सामग्री मिलाकर नकली घी बनाया जाता है जिसे टिन व अलग-अलग साइज के डिब्बों व थैलियों में भरकर सप्लाई किया जाता है। पुलिस के मुताबिक नाल एरिया में नकली घी बनाने की फैक्ट्री का लाइसेंस दिनेश व्यास के नाम से लिया था। उसे हर माह केवल 8000 रुपए ही दिए जाते थे। फैक्ट्री का मालिक और नकली घी का कारोबार अशोक उपाध्याय करता था।
बीकानेर में नकली देसी घी बनाने की हाईटैक फैक्टरी पकड़े जाने के बाद इस फैक्टरी से श्रीगंगानगर और हनुमानगढ़ जिले में इस घी की सप्लाई किये जाने का खुलासा हुआ है। पुलिस और खाद्य सुरक्षा अधिकारी ने मंगलवार रात को सूरतगढ़ और नई मण्डी घड़साना व हनुमानगढ़ जिले के रावतसर में छापेमारी की गई। सूरतगढ़ और रावतसर में बड़ी मात्रा में नकली देसी घी बरामद हुआ है। घड़साना में संदिग्ध फर्म का व्यापारी फर्म और घर को ताला लगाकर फरार हो गया।
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