डेयरी टुडे नेटवर्क,
करनाल (हरियाणा), 24 अगस्त 2021,
पशुपालन और डेयरी सेक्टर में प्रगति की अपार संभावनाएं हैं और इसकी बदौलत किसानों की आय दोगुना करने का लक्ष्य बखूबी हासिल किया जा सकता है। यह बात भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के महानिदेशक डा. त्रिलोचन महापात्रा ने मंगलवार को राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान डीम्ड यूनिवर्सिटी के 18वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि सरकार भी डेयरी और पशुपालन सेक्टर की ओर बारीकी से ध्यान दे रही है, लेकिन पशुपालकों और वैज्ञानिकों को समन्वित आधार पर कार्य करना होगा।
दीक्षांत समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए अपने संबोधन में डा. त्रिलोचन महापात्रा ने आगे कहा कि डेयरी और पशुपालन सेक्टर में सरकार लगातार नवीनतम परियोजनाएं लेकर आ रही हैं। एनडीआरआइ और अन्य संस्थानों के वैज्ञानिक भी इस क्षेत्र की दशा और दिशा सुधारने में हर स्तर पर उल्लेखनीय योगदान कर रहे हैं। इसके परिणाम भी सामने आए हैं, लेकिन अभी काफी काम किए जाने की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि पशुओं के चारा प्रबंधन, स्वास्थ्य रक्षण और रोग प्रबंधन पर ध्यान देना होगा। जब तक इन चुनौतियों पर फोकस नहीं किया जाता, तब तक 2022 तक किसानों की आय दोगुनी करने के लक्ष्य को हासिल करने में गतिरोध बरकरार रहेगा। डॉ. महापात्रा ने एनडीआरआइ की ओर से पशुधन संवर्धन व नस्ल सुधार सहित विभिन्न क्षेत्रों में किए गए उल्लेखनीय प्रयासों की सराहना करते हुए संस्थान से उपाधि हासिल करने वाले समस्त विद्यार्थियों को शुभकामनाएं दीं।
जाहिर है कि दीक्षांत समारोह में कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए इस बार विद्यार्थियों की उपस्थिति नहीं रखी गई। इस अवसर पर 50 बीटेक स्नातक, 247 स्नातकोत्तर व 127 पीएचडी विद्यार्थियों को आनलाइन डिग्री प्रदान की गई। संस्थान के निदेशक डा. मनमोहन सिंह चौहान ने मां सरस्वती की प्रतिमा के सम्मुख दीप प्रज्जवलन से समारोह की विधिवत शुरुआत की। उन्होंने यूनिवर्सिटी की विस्तृत दीक्षांत रिपोर्ट प्रस्तुत करते हुए एनडीआरआइ की उपलब्धियों, विविध गतिविधियों और अन्य पहलुओं पर प्रकाश डाला। मंच पर एनडीआरआइ के निदेशक डा. मनमोहन सिंह चौहान समेत डा. रविंद्र मल्होत्रा, विवेक कुमार, डा. धीर सिंह, डा. आरआरबी सिंह और डा. नितिन त्यागी भी उपस्थित मौजूद रहे।
दीक्षांत समारोह में 50 बीटेक स्नातक, 247 स्नातकोत्तर व 127 पीएचडी विद्यार्थियों को आनलाइन डिग्री प्रदान की गई। इनमें डेयरी माइक्रोबायोलोजी, फूड सेफ्टी एंड क्वालिटी एश्योरेंस, डेयरी केमिस्ट्री, डेयरी टेक्नालाजी, डेयरी इंजीनियरिंग, एनिमल बायोकेमिस्ट्री, एनिमल बायोटेक्नालोजी, एनिमल जेनेटिक्स एंड ब्रीडिंग, लाइवस्टाक प्रोडक्शन एंड मैनेजमेंट, वेटरनरी गायनोकालोजी एंड ओबस्ट्रेटिक्स, एनिमल न्यूट्रीशन, एनिमल फिजियोलोजी, एग्रीकल्चर इकोनोमिक्स, एग्रीकल्चर एक्सटेंशन एजुकेशन और एग्रोनोमी विभागों के विद्यार्थी शामिल रहे। देश के अलग अलग हिस्सों से संबंध रखने वाले इन समस्त विद्यार्थियों को कोविड प्रोटोकाल का अनुपालन करते हुए आनलाइन माध्यम से डिग्री देने की घोषणा की गई। इसके अलावा विभिन्न क्षेत्रों में पदक, मेरिट सर्टिफिकेट, सर्वश्रेष्ठ थिसिस अवार्ड, सर्वश्रेष्ठ शिक्षक अवार्ड और सर्वश्रेष्ठ डिवीजन अवार्ड भी प्रदान किए गए।
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