डेयरी टुडे नेटवर्क,
विदिशा(एमपी),21 नवंबर 2017,
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान फल-फूल की खेती के बाद अब दूध के कारोबार में उतरने वाले हैं। अगले साल से दूध और दूध के बने प्रोडक्ट की बिक्री शुरू हो जाएगी। इसके लिए वे छीरखेड़ा स्थित फार्म हाउस में साढ़े 6 करोड़ रुपए की लागत से दूध डेयरी का निर्माण कर रहे हैं। जिसमें उन्नत नस्ल की विदेशी गाय रखी जाएंगी। इसी सिलसिले में सोमवार की सुबह सीएम चौहान अपनी पत्नी और बेटे के अलावा आला अफसरों के साथ फार्म हाउस पर पहुंचे। यहां उन्होंने दूध डेयरी का जायजा लिया।
सीएम चौहान सोमवार की सुबह सांची-उदयगिरी मार्ग से होते हुए छीरखेड़ा स्थित फार्म हाउस पहुंचे। इस दौरान पत्नी साधना सिंह चौहान एवं पुत्र कार्तिकेय चौहान के अलावा उद्यानिकी और दुग्ध संघ के आला अफसर भी मौजूद थे। सीएम के आने की जानकारी मिलते ही उद्यानिकी मंत्री सूर्यप्रकाश मीणा भी फार्म हाउस पर पहुंच गए थे। सीएम चौहान ने फार्म हाउस पर दूध डेयरी निर्माण कार्य का जायजा लिया। सूत्रों के मुताबिक डेयरी के लिए नई गायों के आने का सिलसिला शुरू हो गया है। पहली खेप में 20 गाय पहुंची हैं। सीएम ने इन गायों को भी देखा। वहीं आला अफसरों से उन्नत डेयरी को लेकर विचार विमर्श किया।
इस दौरान मौजूद उद्यानिकी मंत्री मीणा ने बताया कि सीएम का उद्देश्य जिले में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देना है। उन्होंने सोमवार को जिले के विभागीय अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे जिले में दुग्ध क्रांति लाने के लिए भरपूर प्रयास करें। जिले के किसानों को गौपालन के लिए प्रेरित करें। सीएम ने कहा कि जिले के किसानों को कम से कम 10 गाय पालना चाहिए। उन्होंने इसके लिए उन्हें लोन भी उपलब्ध कराने की बात कही। सीएम का कहना था कि इन किसानों का दूध डेयरी द्वारा खरीदा जाएगा। स्थानीय स्तर पर दूध की खरीदी होने से किसानों को कम खर्च और अधिक लाभ होगा।
उद्यानिकी मंत्री मीणा ने बताया कि इस डेयरी का निर्माण आधुनिक तरीके से किया जा रहा है। इसमें उन्नत नस्ल की 200 गाय रखी जाएगी। इनमें हॉलैंड की गाय भी शामिल रहेंगी। उनके मुताबिक यह गाय दिन में तीन बार दूध देंगी। प्रत्येक पशु से प्रति दिन 30 से 40 लीटर दूध लिया जा सकेगा। उन्होंने बताया कि पहली खेप में 20 गाय आई हैं। यह सभी गाय बैंगलोर से लाई गई हैं। उनका कहना था कि जनवरी के प्रथम सप्ताह तक 100 से अधिक गाय आ जाएंगी। इसके बाद दुग्ध उत्पादन शुरू कर दिया जाएगा।
विदेशी नस्ल की गायों को रखने के लिए विशेष इंतजाम किए जा रहे हैं। इन गायों के लिए आधुनिक शेड बनाए गए हैं। जानकारों का कहना है कि इन गायों की केयर करना बहुत जरूरी होता है। ये गाय अधिक तापमान सहन नहीं कर पाती हैं। इसके लिए भी डेयरी में इंतजाम किए गए हैं। गर्मी के दिनों में गायों के शेड में एसी लगाया जाएगा। इनके लिए 24 घंटे डाक्टर मौजूद रहेगा। वहीं देखरेख के लिए प्रशिक्षित लोगों की टीम भी रखी जाएगी।
इस डेयरी के जरिए सीएम की योजना दूध के कारोबार को विस्तार देने की है। सूत्रों का कहना है कि डेयरी में दूध उत्पादन के बाद एक विशेष ब्रांड के नाम से दूध की पैकेजिंग की जाएगी। सांची दूध की तर्ज पर इस डेयरी से भी दूध के पैकेट वितरित किए जाएंगे। इसके अलावा दूध से बनने वाले प्रोडक्ट छांछ, दही, श्रीखंड, घी, मावा सहित खाद्य सामग्री भी बनाई जाएगी। फार्म हाउस में इसके लिए भी प्लांट की व्यवस्था की जा रही है।
(साभार-नई दुनिया)
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Its not a failure project. If you do it in better ways, highly profitable. But assure liquid milk marketing as well as value added product Mktg.
total failure wala project hai sarkari pakka sir….private kisano ko hire karo aur unko only dairy farming k liye hi aage karo… kaam aasaan ho jaayega …successful bhi
ये मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का अपना डेयरी फार्म है, सरकार का इससे कोई लेना देना नहीं है