डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली, 6 सितंबर, 2021
पशुपालन का कार्य करने वालों का अक्सर पशुओं को होने वाली बीमारियों से सामना होता है। लेकिन अधिकतर पशुपालकों को इन रोगों की पहचान नहीं होती है, जिस कारण उनका समय पर इलाज भी नहीं हो पाता। इसका नतीजा यह होता है कि पशुओं की जान खतरे में पड़ जाती है और किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ जाता है। इसे ही ध्यान में रखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR)-भारतीय पशु-चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) ने पशुपालकों के लिए एक ऐसा मोबाइल ऐप बनाया जो उनकी न सिर्फ रोगों के पहचान में मदद करता है, उनके इलाज के बारे में भी बताता है। ऐप में वीडियो के माध्यम से कई जरूरी जानकारियां भी दी गई हैं।
भारतीय पशु-चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (IVRI) ने पशुपालकों की मदद के लिए आईवीआरआई- रोग नियंत्रण ऐप (Veterinary Clinical care) के नाम से एक मोबाइल बनाया है जो किसानों को पशुओं को होने वाले रोगों के प्रति जागरूक करता है और उनसे बचाव के तरीके भी बताता है। खास बात ये है कि किसानों को ये सारी सुविधाएं घर बैठे मिल रही हैं वह भी बिल्कुल फ्री। ऐप के माध्यम से रोगों की पहचान कर उनकी प्राथमिक इलाज तो किया ही जा सकता है।
ऐप में मवेशियों को होने वाले थनैला , अफारा/रूमिनल टिम्पेनी, ट्रोमेटिक रेटिकुलो पैरिटोनाइटिस, कीटोसिस, दुग्ध ज्वर रूमिनल इम्पैक्शन और बछ़डों को होने वाले अतिसार या दस्त रोगों लक्षण और उनके उपचार के बारे में पूरी जानकारी दी गई है। लक्षण पहचानने में दिक्कत ना हो इसके लिए तस्वीरें भी दी गई हैं। ऐप में यह भी बताया गया है कि आप कौन सी सावधानी बरतकर इन रोगों से अपने मवेशियों को बचा सकते हैं।
रोग नियंत्रण ऐप (Veterinary Clinical care app) में मादा पशुओं को होने वाले रोग जैसे बच्चेदानी की मवाद, अमदकाल, जेर का रुकना, बच्चेदानी का ऐंठना जैसी गंभीर बीमारियों के लक्षण तस्वीरों के माध्यम से बताए गये हैं। इसके अलावा इनके उपचार और रोकथाम की भी जानकारी दी गई है।
ये मोबाइल ऐप पशुपालकों के लिए बड़े काम का हो सकता है। ऐप डाउनलोड करने के लिए आपको सबसे पहले गूगल प्ले स्टोर में जाना होगा जहां टाइप करना होगा आईवीआरआई- रोग नियंत्रण ऐप (Veterinary Clinical care)। इसके बाद ऐप डाउनलोड हो जाएगा और आप सीधे ऐप में प्रवेश कर जाएंगे. इसके लिए रजिस्ट्रेशन आदि की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। ऐप फिलहाल दो भाषाओं, हिंदी और अंग्रेजी में है।
पशुपालक किन सावधानियों को अपनाकर अपने मवेशियों को बीमारियों से बचा सकते हैं। मवेशियों के रोग के लक्षण पहचानने में दिक्कत न हो, इसके लिए तस्वीरें भी साथ में दी गई हैं। यही नहीं, ऐप में दी गई तमाम जानकारियां वीडियो के रूप में भी उपलब्ध हैं, जिसे देखकर आसानी से समझा जा सकता है। साथ ही ऐप में दिए गए हेल्पलाइन नंबर्स पर फोन करके बीमारी और उपचार से संबंधित अधिक जानकारी भी ली जा सकती है। पशुपालन और पशुपालक दोनों की स्थिति में सुधार की दिशा में ये ऐप काफी उपयोगी साबित हो सकता है।
(साभार)
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Kanhayia Lal teli