डेयरी टुडे नेटवर्क,
नई दिल्ली/अहमदाबाद, 28 अप्रैल 2019
पेप्सिको ने कुछ भारतीय किसानों पर कंपनी के ट्रेडमार्क वाले आलू उगाने का आरोप लगाया है. इसके खिलाफ कंपनी के मुकदमे का सामना करने के लिए किसान संगठन भी किसानों को कानूनी मदद मुहैया करवाएंगे. किसान संगठनों का कहना है कि वे उन किसानों को कानूनी मदद दिलवाएंगे, जिनके खिलाफ खानपान की चीजें बनाने वाली दुनिया की कुछ सबसे बड़ी कंपनियों में से एक पेप्सिको ने मुकदमा ठोका है. कंपनी ने किसानों पर आरोप लगाया है कि वे आलू की ऐसी किस्में उगा रहे थे जो पेप्सिको की ट्रेडमार्क किस्म है. पेप्सिको इन ट्रेडमार्क आलुओं से चिप्स बनाती है.
कुल नौ किसानों के खिलाफ कंपनी ने मुकदमा दायर किया है. ये किसान गुजरात के हैं. भारतीय किसान संघ के उपाध्यक्ष अंबालाल पटेल ने बताया कि कंपनी ने अपने ट्रेडमार्क के अधिकारों का उल्लंघन करने के एवज में हर एक किसान से एक से दो करोड़ रूपये चुकाने को कहा है.
पेप्सिको का कहना है कि बिना कंपनी की इजाजत के इन किसानों को खास आलू उगाते हुए पकड़ा गया. इन आलुओं से कंपनी अपने लेज ब्रांड के चिप्स बनाती है. इनमें से चार किसानों के ऊपर लगे आरोपों की सुनवाई अहमदाबाद के कमर्शियल कोर्ट में हो चुकी है.
अहमदाबाद के किसानों के अधिकारों के लिए काम करने वाले एक्टिविस्ट कपिल शाह ने बताया, “पेप्सिको ने कोर्ट में कहा कि वे इस विवाद को सुलझाना चाहते हैं और इसके लिए एक प्रस्ताव भी दिया है, जिस पर किसान विचार करेंगे. शाह का कहना है कि किसानों को किसी ट्रेडमार्क समस्या का पता नहीं था और ना ही ये पता था कि भारतीय कानून में भी बीजों और पौधों को लेकर कुछ अधिकार बनते हैं.
किसान संगठन के अंबालाल पटेल और कई अन्य किसान समूहों की मांग है कि “पेप्सिको इन किसानों के खिलाफ दायर मामले वापस ले.” पटेल ने बताया कि उन्होंने केंद्र सरकार से इस मामले में हस्तक्षेप करने की अपील की है. पेप्सिको की तरफ से केस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी है. आलू के मामले पर कंपनी के प्रवक्ता ने कहा, “पेप्सिको कई सालों से हजारों स्थानीय किसानों के साथ आलू की खास किस्में उगाने पर काम कर रहे हैं.”
(साभार)
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