पिथौरागढ़: दुग्ध उत्पादकों को नहीं मिल रहा सब्सिडी का पैसा

पिथौरागढ़,21 जुलाई 2017,

उत्तराखंड के दुग्ध संघ राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) डॉ.धन सिंह ने पिछले सप्ताह राज्य के दुग्ध संघों को घाटे से उबारने के लिए तमाम ऐलान पिथौरागढ़ में किए थे, लेकिन सरकार के स्तर पर योजनाओं के क्रियान्वयन में हो रही देरी से लाभ में चल रहे संघों के घाटे में चले जाने का खतरा पैदा हो गया है। दुग्ध उत्पादकों के लिए चलाई जा रही सब्सिडी योजना का पैसा पिछले एक साल से दुग्ध संघों को नहीं मिल रहा है। इससे पशुपालक संघ की बजाए खुले बाजार में दुग्ध बेचने को मजबूर है।

आम लोगों को बेहतर क्वालिटी का दूध मिले इसके लिए सरकार ने दुग्ध संघों के माध्यम से राज्य के पशुपालकों को प्रति एक लीटर पर चार रुपये सब्सिडी देने की योजना लागू की है। इस योजना से उत्साहित किसान खुले बाजार की बजाए दुग्ध संघों को दूध उपलब्ध कराने के लिए प्रेरित हुए थे, लेकिन इस योजना में पिछले एक वर्ष से सरकार ने पैसा उपलब्ध नहीं कराया है। जिससे संघ किसानों को सब्सिडी नहीं दे पा रहे हैं। ऐसे क्षेत्रों से ही संघ को दूध मिल पा रहा है जहां बाजार की समस्या है। किसानों को सब्सिडी का पैसा जल्द नहीं मिलता है, तो संघ को मिलने वाले दूध में और कमी आने की संभावना है। इससे लाभ में चल रहे दुग्ध संघों के फिर घाटे में चले जाने की पूरी संभावना है।

पिथौरागढ़ दुग्ध संघ में 500 लीटर की कमी

बरसात का सीजन दूध उत्पादन के लिए पीक सीजन माना जाता है। हरा चारा उपलब्ध होने से जानवर दूध अधिक देने लगते हैं। पिथौरागढ़ दुग्ध संघ को पिछले वर्ष इस सीजन में हर रोज 6500 लीटर दूध पशुपालक से मिल रहा था। इस वर्ष यह घटकर 6000 लीटर तक पहुंच गया है। इसके और गिरने की संभावना बनी हुई है।

जनपद से बाहर नहीं जा रहा है दूध

दूध का कलेक्शन कम हो जाने से पिथौरागढ़ दुग्ध संघ इस वर्ष जनपद से बाहर दूध नहीं भेज पा रहा है। पिछले वर्ष संघ ने खटीमा तक दूध भेजा था। इससे संघ की आमदनी में खासी बढ़ोत्तरी हुई थी। संघ इस वर्ष जनपद की ही जरू रत पूरी कर पा रहा है।

23.50 प्रति लीटर का होता है भुगतान

दुग्ध संघ ने मानक पर पूरे पाए जाने वाले दूध के लिए 32 रुपये प्रति लीटर की कीमत तय की हुई है, लेकिन पर्वतीय क्षेत्रों में इस मानक का दूध नहीं मिल पाता है। दूध में फैट कम होने के कारण पशुपालकों को संघ 23.50 लीटर की दर से भुगतना करता है। पशुपालकों को चार रुपये प्रति लीटर की सब्सिडी दी जाती है। इससे पशुपालक को प्रति लीटर 27.50 रुपये मिल पाते हैं। अब सब्सिडी का पैसा नहीं मिलने से पशुपालक को नुकसान हो रहा है। खुले बाजार में पशुपालक को प्रति लीटर 28 रुपये तक मिल रहे हैं। वहीं पिथौरागढ़ दुग्ध संघ के प्रभारी पी एस नागपाल का कहना है कि सब्सिडी का पैसा पिछले एक साल से नहीं मिल रहा है। इसकी डिमांड शासन को भेजी गई है। पैसा मिलते ही सब्सिडी का वितरण कर दिया जाएगा।
साभार-जागरण.कॉम

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