फरीदकोट(पंजाब), 15 जुलाई 2017,
पंजाब सरकार की ओर से पशुओं की नस्ल सुधारने तथा पशुधन की सेहत संभाल के लिए हर तरह की बीमारियों के इलाज की सुविधा दी जा रही ताकि पशु तंदरूस्त रह सकें। किसानों तथा अन्य पशु पालक इस कार्य को सहायक कार्य के तौर पर अपना कर अपना आर्थिक स्तर का उंचा उठा सके। यह बात डिप्टी कमिश्नर राजीव पराशर ने पशु पालन विभाग के अधिकारियों साथ हुई बैठक के दौरान कहे।
उन्होंने बताया कि सरकार ने पंजाब में सफेद क्रांति लाकर राज्य को भारत के अहम राज्यों की कतार में लाया है। उन्होंने बताया कि साहीवाल गाय की नस्ल सब से उत्म है जो पंजाब में बड़ी संख्या में पाई जाती है। उन्होंने बताया कि राष्ट्रीय स्तर पर इस नस्ल को बढि़या तथा सबसे ज्यादा दुधारू माना गया है।
उन्होंने बताया कि पशु पालन विभाग जिला फरीदकोट के अधीन आने वाले गांवों में अब तक तकरीबन एक लाख पशुओं को गलघोंटू तथा तकरीबन 1 लाख 75 हजार पशुओं को मुंह की बीमारी से बाने के लिए टीकाकरण किया जा चुका है।
उन्होंने अलग-अलग लोक भलाई स्कीमों के बारे में प्रकाश डालते हुए कहा कि हर्ड रजिस्ट्रेशन स्कीम, पशुधन बीमा स्कीम तथा नेशनल गोकल मिशन के अधीन ज्यादा से ज्यादा पशु पालकों को लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने बताया कि गांव गोलेवाला में बनी गोशाला तथा अन्य गोशालाओं में पशुपालन विभाग की ओर से पशुओं को वैक्सीन तथा इलाज करने के लिए सहुलियत दी जाती है।
बैठक दौरान डिप्टी डायरेक्टर पशु पालन विभाग डा. गौतम प्रसाद ने बताया कि 2600 पशुओं को बुरीसीलोसिस बीमारी से बचाने के लिए टीके लगाए गए है। उन्होंने बताया कि 30 जून 2017 तक जिले में 9452 भैंसों, 13331 गायों को मनसुई गर्भाधान के टीके लगाए गए हैं। फरीदकोट के अलग अलग माहिरों की ओर से अब तक 140 पशुओं के ब्लड सैंपल तथा 200 पशुओं के दूध के सैंपल टेस्ट कर इलाज किया गया है।
562total visits.