डेयरी टुडे नेटवर्क
तारानगर(राजस्थान),12 अक्टूबर 2017,
करीब पांच महीने पहले सरदारशहर मेगा हाईवे पर खोली गई क्वालिटी डेयरी दूध प्लांट कंपनी मंगलवार की रात बंद हो गई। कंपनी के संचालक दूध उत्पादकों के तीन करोड़ रुपए लेकर राताेंरात फरार हो गए। मामले की बुधवार को तब कलई खुली जब पशुपालक दूध की बकाया रकम लेने प्लांट पर पहुंचे।
डेयरी में दूध सप्लाई करने वाले पशुपालकों दूध उत्पादकों को करीब ढाई करोड़ रुपए का चूना लगाया गया है। इतना ही नहीं दूध सप्लाई करने वाली गाड़ियों के वाहन चालकों के भी पांच महीने के लाखों रुपए बकाया चल रहे हैं। आठ मई को सरदारशहर के कुबेर पैलेस में केंद्रीय राज्य वित्त मंत्री अर्जुन मेघवाल ने ही इस प्लांट का उदघाटन किया गया था। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे किसानों, पशुपालकों से मंत्री ने कहा था कि ये किसानों की डेयरी है। यहां उन्हें दूध के अच्छे दाम मिलेंगे। मंत्री ने समारोह में यहां तक कहा था कि प्लांट के मालिक हमारे नजदीकी हैं और बहुत ईमानदार व्यक्ति है। मंत्री के विश्वास पर दूध उत्पादकों ने डेयरी से अनुबंध कर प्लांट में दूध सप्लाई करना शुरू कर दिया था। डेयरी ने दूध उत्पादकों को लालच देने के लिए बाजार मूल्य से 10 से 15 रुपए ज्यादा में दूध खरीदा। भैंस के दूध की क्वालिटी के आधार पर 60 से 65 रुपए प्रति लीटर खरीदते, वहीं गाय का 35 से 40 रुपए प्रति लीटर के भाव में खरीदते थे।
दिल्ली सप्लाई होता था दूध, खाजूवाला में भी बंद
प्लांटपर आने वाले दूध को दिल्ली भेजा जाता था। वहां मशीनों से तैयार कर सप्लाई अन्य राज्यों तक की जाती थी। इस कंपनी के सचिव संजय ढिंगरा दिल्ली ही बैठते है। भास्कर ने सरदारशहर मैनेजर कंपनी के सचिव से संपर्क करना चाहा तो उनके फोन स्वीच ऑफ मिले। इधर, लूणकरणसर, बीकानेर नोहर में भी इसी फर्म के प्लांट चल रहे है।
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