नयी दिल्ली, 15 जुलाई 2017,
कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री राधामोहन सिंह ने कहा है कि पशुधन क्षेत्र की समग्र अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इससे जुड़े संसाधनों को बढ़ाने तथा उपयुक्त गतिविधियों को राष्ट्रीय पशुधन मिशन के तंत्र के अंतर्गत क््िरुयाशील बनाने की आवश्यकता है, ताकि राज्यों तथा संघ राज्यों के प्रयासों को सम्पूरित किया जा सके ।
राष्ट्रीय पशुधन मिशन एनएलएम की महापरिषद की दूसरी बैठक की अध्यक्षता करते हुए कृषि मंत्री ने कहा कि पशुधन सेक्टर की समग्र अपेक्षाओं को ध्यान में रखते हुए इस क्षेत्र के संसाधनों को बढ़ाने तथा उपयुक्त अभिकेंद्रण के माध्यम से गतिविधियों को एनएलएम के तंत्र के अंतर्गत क््िरुयाशील बनाने की आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि पशुपालन, डेयरी तथा मत्स्यपालन विभाग पशुधन सेक्टर, विशेष रूप से कुकुट, बकरी, भेड़, सूकर, भारवाही पशु इत्यादि जैसी प्रजातियों के धारणीय विकास को राष्ट्रीय पशुधन मिशन कार्यान्वित कर रहा है।
राधा मोहन सिंह ने कहा कि एनएलएम गोपशु तथा भैंसों सहित पशुधन सेक्टर के लिए गुणवाापूर्ण आहार तथा चारे की उपलब्धता में सुधार करने, जोखिम कम करने तथा विस्तार करने, कौशल विकास तथा प्रशिक्षण के लिए भी सहायता देता है।
उन्होंने कहा कि पशुधन पालक तथा किसान, विशेषरूप से महिलाएं, असंगठित हैं, क्योंकि ये गतिविधियां मुख्यत: घरेलू प्रकृति की हैं। जुगाली करने वाले छोटे पशु विशिष्ट् वैग्यानिक हस्तक्षेपों के साथ पशुधन पालकों की आजीविका सुरक्षा में सुधार करने के अपार अवसर प्रदान करता है।
1377total visits.