Success Story: दो दोस्तों ने कॉर्पोरेट की नौकरी छोड़ खोला Dairy Farm, जानिए हर महीने कितना कमाते हैं

नवीन अग्रवाल, डेयरी टुडे नेटवर्क,
गुवाहाटी, 15 मार्च 2020,

डेयरी फार्मिंग के क्षेत्र में ऐसे हजारों नए लोग जिन्होंने अपने जुनून और जज्बे से न सिर्फ नया मुकाम हासिल किया है, बल्कि अपनी मेहनत और इनोवेशन से लोगों को शुद्ध दूध उपलब्ध करा रहे हैं। ‘डेयरी के सुल्तान’ में प्रगतिशील डेयरी किसानों की Success Story में आज हम आपको बता रहे हैं गुवाहाटी के दो ऐसे युवाओं की कहानी, जो कई वर्ष कार्पोरेट सेक्टर में नौकरी करने के बाद डेयरी फार्मिंग के क्षेत्र में अपना लोहा मनवा रहे हैं। जी हां, हम बात कर रहे हैं गुवाहाटी के प्रगतिशील डेयरी फार्मर 38 वर्षीय अंजन ज्योति फुकन और 36 वर्षीय नीलोत्पल बरुआ की।

‘ईस्ट वैली डेयरी फार्म’ बना शुद्ध दूध की गारंटी

गुवाहाटी के अंजन ज्योति फुकन ने 2006 में बैंगलोर से एमबीए किया और दस वर्षों तक कई नामी कार्पोरेट हाउसेस में नौकरी की। लेकिन वे हमेशा अपने शहर में कुछ जमीन से जुड़ा काम करना चाहते थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात नीलोत्पल बरुआ से हुई, जो मीडिया में फोटो जर्नलिस्ट थे। दोनों में अच्छी दोस्ती हो गई। अंजन की तरह ही नीलोत्पल भी कुछ ऐसा इनोवेटिक काम करना चाहते थे, जिससे कमाई के साथ-साथ समाज की सेवा भी हो। बस दोनों लोग विचार करने लगे। तभी उन्हें पता चला की उनके होम स्टेट असम में दूध की खपत राष्ट्रीय औसत की तुलना में बहुत कम है। बीते कुछ वर्षों में नॉर्थ ईस्ट का विकास बहुत तेज गति से हो रहा था, बड़ी संख्या में देशभर के लोग असम की ओर रुख कर रहे थे, लेकिन उनकी सबसे बड़ी समस्या थी कि उन्हें शुद्ध दूध नहीं मिलता था। बस यही से दोनों दोस्तों के दिमाग में Dairy Farm स्थापित कर असम के लोगों को शुद्ध दूध उपलब्ध कराने का आइडिया आया। और 2018 में इन्होंने अपनी-अपनी नौकरी छोड़कर गुवाहाटी के पास विजयनगर टाउन में ढाई बीघा जमीन लीज पर लेकर डेयरी फार्म खोला और उसका नाम रखा ‘ईस्ट वैली डेयरी फार्म’।

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12 जर्सी गायों से शुरू किया था डेयरी फार्म

डेयरी टुडे से बातचीत में अंजन ज्योति फुकन ने बताया कि उन्हें Dairy Farming की कुछ जानकारी नहीं थी, लेकिन उन्हें बस इतना बता था अच्छी नस्ल की गायों से उच्च क्वालिटी का दूध का उत्पादन करना है और गुवाहाटी के लोगों को उपलब्ध कराना है। स्टडी के बाद उन्होंने अपने डेयरी फार्म में जर्सी गायों को लाने का फैसला किया। क्योंकि जर्सी गाय का दूध गाढ़ा होता है, उसमें फैट अधिक होता है और सबसे बड़ी बात गुवाहाटी के लोगों को ये गाढ़ा दूध काफी पसंद था। अंजन ने 12 जर्सी गायों के साथ डेयरी फार्म शुरू किया और सभी गायें वे बैंगलुरू से गुवाहाटी लेकर आए। अंजन बताते हैं कि आज उनके डेयरी फार्म में 20 गायें हैं, जिनमें से 9 गायें मिल्किंग हैं। हर गाय 12 से 13 लीटर दूध देती है, यानि उनके डेयरी फार्म में करीब 100 लीटर दूध का प्रोडक्शन होता है।

डेयरी फार्म पर गायों के लिए प्राकृतिक माहौल

अंजन ज्योति फुकन ने बताया कि उनके डेयरी फार्म का दूध गुवाहाटी में 80 रुपये प्रति लीटर बिकता है। उन्होंने अपने डेयरी फार्म पर गायों को नेचुरल माहौल उपलब्ध कराया है, क्योंकि उनका मानना है कि प्राकृतिक और खुले वातावरण में गायें अच्छे से रहती हैं। हालांकि गायों की मिल्किंग के लिए मशीन का इस्तेमाल किया जाता है, ताकि दूध को किसी का हाथ नहीं लगे और ग्राहकों को पूरी तरह शुद्ध दूध मिले। गायों को खिलाते क्या हैं, इसके जवाब में अंजन ने बताया कि वे अपने फार्म पर ही फीड बनाते हैं, जिसमें कॉर्न पाउडर, मस्टर्ड खली, राइस पॉलिश आदि मिलाया जाता है। साथ ही गायों को मकई का हरा चारा और धान का भूसा भी खिलाया जाता है।

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Farmtree एप से डेयरी फार्म का संचालन हुआ आसान

अंजन बताते हैं कि डेयरी फार्म की सभी गतिविधियों को वे और नीलोत्पल मिलकर संभालते हैं, दो-तीन कर्मचारियों को भी रखा गया है। लेकिन उन्हें डेयरी फार्म के संचालन में बहुत परेशानी होती थी। तभी उन्हें डेयरी फार्म के लिए विशेष रूप से विकसित किए गए इनोवेटिव मोबाइल एप Farmtree के बारे में पता चला। उन्होंने अपने फार्म के लिए Farmtree एप की सेवाएं लेना शुरू किया और देखते ही देखते उनकी सारी परेशानियों खत्म हो गई। अंजन के मुताबिक Farmtree एप से गायों के फीड मैनेजमेंट, वैक्सीनेशन की तारीख, एआई की तारीख, गाय की हीट का समय, मिल्क मैनेजमेंट सबकुछ पता करना आसान हो गया। Farmtree एप के जरिए मोबाइल पर ही सारा इनपुट मिलता रहता है और डेटा के एनालिसिस से डेयरी फार्म की ताजा स्थिति पता चलती रहती है।

अंजन ने बताया कि Farmtree एप की टीम से जब भी जरूरत हो फार्म मैनेजमेंट के लिए जरूरी सपोर्ट भी मिलता है। सबसे बड़ी बात है कि पूरे साल के लिए Farmtree एप का सबस्क्रिप्शन सिर्फ 2800 रुपये में मिलता है। उन्होंने कहा कि डेयरी फार्म के लिए Farmtree एप बहुत ही जरूरी एप है और छोटे डेयरी किसानों के लिए तो एक वरदान की तरह है।

डेयरी फार्मिंग में आने वाले कठिन स्ट्रगल के लिए तैयार रहें

अंजन ज्योति फुकन बताते हैं कि डेयरी फार्म के संचालन में करीब एक लाख रुपये प्रति महीने का खर्च आता है। भविष्य की योजनाओं के बारे में उन्होंने बताया कि इस साल 20 और गाय फार्म पर बढ़ाएंगे, क्योंकि उनके फार्म के दूध की मांग लगातार बढ़ती जा रही है। डेयरी फार्मिंग में किस्मत आजमाने वाले युवाओं से अंजन का कहना है कि अगर डेयरी फार्मिंग और पशुपालन में इंटरेस्ट हो तभी इस क्षेत्र में आएं और कठिन स्ट्रगल के लिए तैयारी रहें। क्योंकि जब स्ट्रगल करेंगे तभी सफल होंगे। उन्होंने कहा कि युवाओं को डेयरी सेक्टर में जरूर आना चाहिए, क्योंकि जितने अधिक लोग इस सेक्टर में आएंगे, उतना ही शुद्ध और मिलावट रहित दूध लोगों को मिलेगा।

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अगर आप भी Farmtree App से का इस्तेमाल कर अपने डेयरी फार्मिंग के बिजनेस को आसान बनाना चाहते हैं तो कंपनी की निम्न वेबसाइट और मोबाइल नंबर से संपर्क कर सकते हैं।

वेबसाइट- http://inhof.in
मोबाइल नंबर- +91 6351161920
Farmtree AppFarmtree FarmManager

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