लखनऊ ,17 जून। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज अमूल डेयरी प्लांट का निरीक्षण किया। प्लांट में करीब 30 मिनट के ठहराव के दौरान उन्होंने दूध प्रसंस्करण की बारीक जानकारियां हासिल की। पैकिंग से लेकर अन्य उत्पाद (छाछ, मक्खन, दही, घी, आइसक्रीम आदि) बनाने वाली इकाइयों को रुचि से देखा। इससे संबंधित बैठक के बाद योगी ने कहा कि राज्य सरकार पराग को मजबूत करेगी। इसके दूध और अन्य उत्पादों को ब्रांड बनाएगी। उन्होंने पराग को अमूल जैसा ब्रांड बनाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए।
मुख्यमंत्री का स्वागत
अमूल प्लांट संचालन करने वाले गुजरात बनासकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादन संघ लिमिटेड के अध्यक्ष शंकर चौधरी ने मुख्यमंत्री का स्वागत किया। बताया कि उत्तर प्रदेश में लखनऊ और कानपुर में अमूल की इकाइयां हैं। करीब 1500 गांवों के एक लाख पशुपालकों से रोज तीन लाख दूध की खरीद होती है। वर्ष 2020-2021 तक उत्पादन बढ़ाकर 12 लाख लीटर करने की है। दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने कहा कि 31 मार्च, 2018 तक प्रदेश में पराग की दस इकाइयां लग जाएंगी। इनकी रोज की उत्पादन क्षमता करीब 25 लाख लीटर की होगी। पशुपालकों को अधिकतम लाभ मिले बने, सरकार इसके लिए प्रतिबद्ध है।
उप्र में गुजरात का सहकारी मॉडल अपनाने की जरूरत
अमूल डेयरी के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी के मुताबिक हर रोज 7.2 करोड़ लीटर दूध उत्पादन के साथ उत्तर प्रदेश का देश में पहला स्थान है। सर्वाधिक आबादी के नाते महत्वपूर्ण बाजार भी है। सहकारी माडलों के मजबूत न होने से पशुपालकों को दूध का उचित दाम नहीं मिलता। इससे पशुपालन में लोगों की रुचि घटती जा रही है। गुजरात की तर्ज पर सहकारी मॉडल अपनाकर यहां भी पशुपालन को और लाभ का धंधा बनाया जा सकता है।
पराग की बेहतरी में अमूल का सहयोग
योगी आदित्यनाथ ने कहा कि राज्य सरकार पराग को मजबूत करेगी। इसके दूध और अन्य उत्पादों को ब्रांड बनाएगी। उन्होंने पराग को अमूल जैसा ब्रांड बनाने के लिए ठोस कार्ययोजना बनाने के निर्देश दिए। दुग्ध विकास व डेयरी संवर्धन से संबंधित बैठक में मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रतिस्पर्द्धा के दौर में खुद को लाने के लिए पराग के लिए यह जरूरी है। गोरखपुर में स्थापित की जा रही पराग की इकाई की रोज की क्षमता एक से बढ़ाकर तीन लाख और वाराणसी इकाई की क्षमता चार से छह लाख लीटर करने का भी निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि वाराणसी की इकाई को समझौते के तहत अमूल को चलाने दें। गोरखपुर और कानपुर की इकाइयों को पराग अमूल की तर्ज पर चलाकर खुद को मजबूत करे।
शुद्ध और जैविक चीजों की मांग
योगी ने कहा कि बाजार में शुद्ध और जैविक चीजों की मांग है। इसके लिए लोग अधिक पैसा देने को भी तैयार हैं। देशी गाय के दूध के लिए ऐसी कार्ययोजना तैयार करें। इकाइयां लगाते समय बाजार और दूध की उपलब्धता पर ध्यान दें। कुशल और ईमानदार कर्मचारियों की ही तैनाती करें।बनासकांठा जिला सहकारी दुग्ध उत्पादक संघ लिमिटेड के अध्यक्ष और गुजरात के पर्यावरण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शंकरभाई चौधरी ने किसानों केहित में पराग को हर संभव मदद देने को कहा। बैठक में अमूल डेयरी के प्रबंध निदेशक आरएस सोढ़ी, दुग्ध विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, प्रमुख सचिव मुख्यमंत्री, प्रमुख सचिव दुग्ध विकास आदि मौजूद थे।
सभार-दैनिक जागरण
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